सिंधिया, प्रसाद, पायलट औऱ मिलिंद देवड़ा सभी विरासत में मिली राजनीति के चेहरे हैं और जिन्हें अगली पीढ़ी के उन नेताओं में गिना जाता है, जो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी रहे हैं. पिछले दो सालों में उनके बीच समीकरण ठीक नहीं रहे हैं. बहरहाल, गांधी चुनाव राजनीति में अकेले कोई छाप छोड़ने में असफल रहे हैं. यही वजह है कि दो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा.