विज्ञापन
  • img

    स्वदेशीकरण की राजनीति और इसके विरोधाभास

    सवाल ये भी है कि क्या हम ये मान लें कि हमारे पारंपरिक पहनावे “सौम्य” और “सभ्य” नहीं हैं? और अगर ऐसा है तो फिर हमारे सभी राजनेता उन सांस्कृतिक पहनावों से ही क्यों राजनीतिक सामाजिक जीवन में आते हैं, जिन्हें कार्यालयी जीवन में “असभ्य” और “असौम्य” माना जाता है?

  • img

    LEGAL EXPLAINER: SC के फ़ैसले का नागरिकता, घुसपैठ, रोहिंग्या और CAA पर प्रभाव

    शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश से फिर पलायन शुरू हो गया है, इसलिए नागरिकता क़ानून में बदलाव पर मुहर वाले सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के दूरगामी परिणाम होंगे. फ़ैसले से जुड़े 10 क़ानूनी पहलुओं को समझने की ज़रूरत है.

  • img

    UGC NET 2024 Result Declared Live: यूजीसी नेट रिजल्ट घोषित, JRF के लिए 4,970 और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 53, 694 अभ्यर्थी सफल, Direct Link

    UGC NET 2024 Result Declared LIVE Updates: जून सत्र की नेट परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. जेआरएफ यानी जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए 4,970 उम्मीदवार क्वालिफायड हुएं, वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 53,694.

  • img

    साहित्य और कला का अद्वितीय संगम : कुंवर नारायण और सीरज सक्सेना

    दो कलाओं का यह संगम अद्वितीय उदाहरण है कि कैसे कला और साहित्य मिलकर नए रूप में प्रकट हो सकते हैं. इस प्रकार के रचनात्मक प्रयोग हमारे समाज में कला और साहित्य की महत्वपूर्ण भूमिका को और भी स्पष्ट करते हैं. वे यह सिद्ध करते हैं कि कला और साहित्य केवल देखने या पढ़ने की वस्तुएं नहीं हैं, बल्कि वे मानवता की गहरी समझ, संवेदनाओं और विचारों को प्रकट करने के सशक्त और संवेदनशील माध्यम भी हैं.

  • img

    वामपंथी लाल आतंक के सफाए में क्यों लग गए 6 दशक

    संविधान और सत्ता के खिलाफ गोली और बारूद के आतंक के बल पर सत्ता स्थापित करने की सोच चीन के नेता माओ त्से तुंग की थी, जिन्होंने अक्टूबर 1949 में चीन में क्रांति के जरिए साम्यवादी सत्ता की स्थापना की थी.

  • img

    मॉनसून के संग महासागरीय पक्षी : महाराष्ट्र के समुद्रतट का प्राकृतिक चमत्कार

    मॉनसून का मौसम महाराष्ट्र के तट पर एक नाटकीय परिवर्तन लाता है, और पेलैजिक पक्षी इस प्राकृतिक चमत्कार का अभिन्न हिस्सा हैं. समृद्ध भोजन मैदानों के लाभ से लेकर तूफानों और ऊंची लहरों से उत्पन्न खतरों तक, समुद्री पक्षियों और मॉनसून के बीच का संबंध सौहार्द और चुनौती दोनों का है. जब ये पक्षी बारिश से भरी हवाओं के बीच उड़ते हैं, तो वे हमें प्रकृति की दृढ़ता और हमारे महासागरों में जीवन को बनाए रखने वाले जटिल संतुलन की याद दिलाते हैं.

  • img

    मॉनसून-प्रेरित स्ट्रैंडिंग : बालीन व्हेल और डॉल्फ़िन पर मौसमी हवाओं का प्रभाव

    प्रभावी प्रबंधन रणनीतियों के लिए समुद्री स्तनधारियों के फंसने के मूल कारणों को कम करने के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक कार्रवाइयों की आवश्यकता होती है, जिससे जैव विविधता की सुरक्षा और भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वस्थ समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित हो सके.

  • img

    बरसात में ज़मीन खोदकर निकलते हैं सह्याद्रि के अनोखे बैंगनी मेंढक

    भारतीय बैंगनी मेंढक (Nasikabatrachus sahyadrensis) एक दुर्लभ प्रजाति है, जो अपना अधिकांश जीवन ज़मीन के नीचे बिताते हैं. केवल बरसात के मौसम में यह पृथ्वी के तल से बाहर निकलकर ऊपर ज़मीन पर आते है. इसमें भी मादाएं साल में केवल एक दिन के लिए, और वह भी सिर्फ़ कुछ घंटों के लिए, सतह पर आती हैं, ताकि वे मिलन कर सकें और अपने अंडे दे सकें.

  • img

    फार्मास्युटिकल साइंस में हैं करियर के ढेरों विकल्प

    हेल्थकेयर को बेहतर बनाने और इलाज को बेहतर बनाने के लिए जो लोग प्रतिबद्ध हैं, उनके लिए फार्मास्युटिकल साइंस में नौकरी के अपार अवसर हैं. आइए, फार्मास्युटिकल साइंस में करियर के विभिन्न विकल्पों पर एक नज़र डालें और जानें कि वे आगे कहां जाते हैं व उनमें तरक्की करने की कैसी संभावनाएं हैं.

  • img

    सिर्फ कोचिंग सेंटर का बेसमेंट नहीं, अपनी शिक्षा-व्यवस्था की बुनियाद भी जांचना ज़रूरी

    ज़्यादातर स्टूडेंट जब एक बार किसी टीचर को आदर्श मान लेते हैं, किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट को 'नंबर वन' समझ लेते हैं, तो वहां पढ़ने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं. खासकर सिविल सर्विसेज़ एग्ज़ाम के लिए, जहां सक्सेस रेट महज 0.2% के आसपास हो. बड़े नाम वाले कोचिंग की भीड़ ही साल-दर-साल और बड़ी भीड़ को खींच लाती है.

  • img

    वैश्वीकरण और उच्च शिक्षा : वर्तमान सन्दर्भ

    शिक्षा क्षेत्र में सुधारों को यदि यथार्थ के धरातल पर लाने में सफल रहे, तो उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के ज़रिये उच्च बौद्धिकता वाले नए भारत को विश्व के सामने लाने से कोई नहीं रोक सकता और तभी पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के शब्द सार्थक हो सकेंगे - सन् 2020 तक या इससे पूर्व विकसित भारत कोई स्वप्न नहीं है, न यह कोरी कल्पना है, बल्कि यह ऐसा ध्येय है, जिसे हम सब को अपनाना चाहिए, हम इसमें अवश्य सफल होंगे.

  • img

    हिन्दी में तेज़ी से फैल रहे इस 'वायरस' से बचना ज़रूरी है...!

    यहां हिंदी बोलने और लिखने में अंग्रेजी या दूसरी भाषाओं के शब्दों के बढ़ते इस्तेमाल की बात नहीं हो रही है. दूसरी भाषाओं के शब्दों को अपने में अच्छी तरह समा लेना तो अच्छी बात है. इससे तो हिंदी समृद्ध ही हो रही है.

  • img

    खुद हिन्दी पढ़ें, और बच्चों को देखने दें - बस, सुधर जाएगी हिन्दी की हालत...

    भाषा से जुड़ा सबसे बड़ा सच यह है कि कोई भी शख्स आमतौर पर उसी भाषा को आत्मसात कर भली प्रकार प्रयोग कर सकता है, जिसमें वह सोचता है, गुनता है, शब्दों और वाक्यों को बुनता है... अगर वह इंग्लिश में सोचेगा, उसी में विचार करेगा, तो स्वाभाविक रूप से इंग्लिश में ही स्वयं को सरलता और सहजता से अभिव्यक्त कर पाएगा...

  • img

    हिंदी में नुक़्ता के इस्तेमाल की सीमा क्या हो, मीडिया किस राह पर चले?

    भाषा के कई विद्वान हिंदी में नुक़्ता का प्रयोग साफ तौर पर न किए जाने के पक्षधर हैं. इनका तर्क है कि बाहर से आए जिन शब्दों में नुक़्ता लगाया जाता है, उन शब्दों को अब हिंदी ने पूरी तरह अपना लिया है. जब वैसे शब्द हिंदी में पूरी तरह घुल-मिल चुके हैं, तो उन्हें हिंदी के बाकी शब्दों की तरह बिना नुक़्ता के ही लिखा जाना चाहिए. ज़्यादातर हिंदीभाषी उन शब्दों का उच्चारण भी वैसे ही करते हैं, जैसे उनमें नुक़्ता न लगा हो.

  • img

    मेडिकल एजुकेशन में मेडिकल इनोवेशन : हिन्दुस्तान में टेक्नोलॉजी की मदद से शिक्षा में बदलाव

    आज के समय में वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) हिन्दुस्तान में शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति ला रहे हैं, जो आज सीखने के ऐसे अनुभव प्रदान करता है, जिसकी पहले कल्पना करना भी मुश्किल था.

  • img

    US में 8 लाख लोगों की भाषा, केन्या के रेडियो में बजते हिंदुस्तानी गाने... दुनिया में यूं बड़ी हो रही हिंदी की 'बिंदी'

    अमेरिका में हिंदी ग्याहरवीं सबसे मशहूर विदेशी भाषा है. भारतीय भाषाओं में इसे अमेरिका में सबसे ज्यादा लगभग 8 लाख लोगों द्वारा बोला जाता है. हिंदी बोलने वाले भारतीयों में यहां अधिकतर विद्यार्थी, शिक्षक, डॉक्टर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.

  • img

    सिर्फ़ वर्कलोड नहीं, कामकाज के बुनियादी मकसद पर भी बात होनी चाहिए

    दिनकर जी एक जगह लिखते हैं, 'स्वर्ग की सुख-शांति है आराम में / किन्तु, पृथ्वी की अहर्निश काम में.' यहां शब्दार्थ नहीं, भावार्थ देखने की जरूरत है. यह समझने की जरूरत है कि इन पंक्तियों में कविवर के कहने का आशय क्या है.

  • img

    Legal Explainer: गिरफ़्तारी वॉरंट की आड़ में भी साइबर ठगी - डिजिटल अरेस्ट के 7 कानूनी पहलू

    साइबर ठगी का शिकार होने पर स्थानीय पुलिस को 112 पर सूचित करना चाहिए. हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर शिकायत के साथ वॉलेट और बैंक अकाउंट का पूरा विवरण दिए जाने पर ठगी गई रकम बैंक एकाउंट में फ्रीज़ कराई जा सकती है. उसके अलावा www.cybercrime.gov.in पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जानी चाहिए.

  • img

    कांग्रेस गठबंधन की राजनीति के धर्म और विज्ञान को समझती तो हरियाणा के चुनाव में सफल हो जाती

    तमाम तरह के विश्लेषकों के बीच जागरूक मतदाता के लिए चुनाव परिणाम से सीखने का अवसर छूटता जा रहा है. कुछ लोग एग्ज़िट पोल के विश्लेषण के माध्यम से ही अपनी आलोचनाओं को नए रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल शर्म और घबराहट से ऊपर उठकर जनता के मत को अपनी सफलता या असफलता में अपना निहितार्थ खोज रहे हैं. लोकतंत्र में चुनावी जीत और हार ही विश्लेषण के एकमात्र आधार नहीं होते; चुनाव में उभरती हुई नई राजनीतिक प्रक्रियाओं को समझना भी उतना ही आवश्यक है, आलोचनाओं के बावजूद. 

  • img

    इजरायल-हमास संघर्ष का एक साल: किसने क्या खोया, क्या पाया?

    इजरायल और हमास के बीच जारी जंग कब थमेगी, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. लेकिन एक साल बाद हम पाते हैं कि इजरायल जिन घोषित लक्ष्यों के साथ युद्ध में गया था उनमें से एक भी हासिल नहीं कर पाया है.

अन्य ब्लॉग
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com