UP Coronavirus Cases : लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 5,913 नये मामले आए हैं और इस दौरान संक्रमण से 36 लोगों की मौत हुई है. यूपी में 1,70,059 मरीजों का इलाज चल रहा है, इनमें 86,595 क्वारंटाइन में बाकी निजी और सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं.
Coronavirus: दिल्ली से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) के श्मशान घाट पर भी लाशें वेटिंग में लगी है. खुद बीजेपी के राज्यसभा सांसद ने योगी सरकार (Yogi Government) से कोविड बेडों की किल्लत पर चिंता जताई है. गाजियाबाद में कोविड संक्रमण से हालात बिगड़ रहे हैं. कोरोना वायरस लगातार जिदगियां छीन रहा है. श्मशान घाटों में शवों की कतार लगी है. गाजियाबाद के श्मशान घाट में आज दोपहर के दो बजे तक कई लाशों के अंतिम संस्कार का वक्त नहीं आया है. कोविड प्रोटोकॉल के तहत श्मशानघाट में जहां एक तरफ लाशें थीं तो दूसरी तरफ एम्बुलेंस भी कतार में लगी थीं. श्मशान घाट के संचालक मानते हैं कि जहां आम दिनों में 10-20 लाशें अंतिम संस्कार के लिए सुबह आती थीं, बीते दो तीन दिन से यहां 30 से 40 लाशें आ रही हैं.
Sunday Lockdown in UP: राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य की योगी सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. रविवार को लॉकडाउन के फैसले के अलावा मास्क को लेकर भी सख्त फैसला लिया गया है.
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडे ने रबी सीजन (रबी मार्केटिंग सीजन) 2021-22 के दौरान गेहूं खरीद की स्थिति पर जानकारी दी. 14 अप्रैल को 5.57 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडियों में पहुंच,. जो आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ने की संभावना है.
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमित 114 और मरीजों की मौत हो गई. यह भी प्रदेश में अब तक एक ही दिन में मौत के मामलों की सबसे अधिक संख्या है. इससे पहले 15 सितंबर 2020 को 113 मरीजों की मौत हुई थी.
दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने दिल्ली हाइकोर्ट को बताया था कि 25 वर्षीय किसान के शरीर पर कहीं भी बंदूक की गोली के जख्म नहीं मिले हैं. दोनों राज्यों की पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर के जिला अस्पताल द्वारा दी गई पोस्टमॉर्टम और एक्स-रे रिपोर्ट के आधार पर यह बात कही है.
यह निर्देश ऐसे वक्त आया है, जब कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत ने ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है. कोरोना के कुल संक्रमित मामलों के आधार पर भारत अमेरिका के बाद दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन गया है.
मेटल की ब्लू शीट लगाए जाने के साथ ही श्मशान घाटों के बाहर एक नया नोटिस भी लगाया गया है जिसमें कहा गया है, 'कोविड-19 प्रभावित क्षेत्र होने के कारण अनाधिकृत लोगों को यहां प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाइ की चेतावनी दी गई है.
UP Night Curfew Extended: फैसले के तहत, यूपी के दस ज़िलों में जहां 2000 से ज़्यादा एक्टिव केस है वहा अब कर्फ्यू रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक लगेगा. इसके साथ ही डीएम को अधिकृत किया गया कि 500 से ज़्यादा केस है तो वो अपने जिले में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा सकता है.
नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि आवेदन पत्रों की जांच के बाद साक्षात्कार और निर्धारित मानकों को ध्यान में रखकर आवंटन समिति ने कुल 13 आवेदकों को पात्र मानते हुए भूखंड आवंटन की संस्तुति की है. इन कंपनियों को सेक्टर 80, 145, 140-ए और सेक्टर 151 में भूमि का आवंटन किया जाएगा
Lucknow Corona Cases : UP सरकार की ओर बाजारों को बंद रखने की कोई घोषणा नहीं हुई है, लेकिन लखनऊ में मार्केट असोसिएशन्स ने इसके बावजूद बाजारों को बंद रखने का फैसला किया है. आज भूतनाथ और हजरतगंज जैसे बड़े बाजार भी बंद रहे.
नोएडा में अपनी गाड़ियों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने की आज आखिरी तारीख है. इसके बाद भी प्लेट इंस्टॉल न करवाने वाले लोगों भारी जुर्माना देना पड़ सकता है.
यूपी पंचायत चुनाव 2021: अगले साल के विधानसभा चुनावों से पहले हो रहे पंचायत चुनाव के पहले चरण के तहत गुरुवार को 18 जिलों में वोटिंग हो रही है. ये चुनाव तब हो रहे हैं, जब कोरोना की दूसरी लहर भयंकर तरीके से फैल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र इन दिनों कोरोना से बेहाल हो चुका है. सारी व्यवस्था चरमरा गई है. हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. अस्पतालों में जगह नहीं है, दवाइयां नहीं हैं, जांच नहीं हो पा रही है. हालात यह हो गए हैं कि अब जिला प्रशासन को यह एडवाइजरी जारी करनी पड़ी कि बिना बहुत जरूरी काम के बनारस में ना आएं. डॉक्टर का इंतजार करते मरीज.. लंबी-लंबी लाइनों में लगे मरीज.. एंबुलेंस से उतरकर स्ट्रेचर पर जाते मरीज.. टैंपों से उतरकर स्ट्रेचर पर भागते मरीज... अपने परिजनों से बिछड़ जाने पर रोते हुए लोग... यह हाल है कोरोना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का. 50 सालों से यहां निकल रहे अखबार जनवार्ता के संपादक कहते हैं कि ऐसा मंजर कभी नहीं देखा.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले सात दिनों में लखनऊ में कोरोना से 124 लोगों की मौत हुई जबकि श्मशान घाट पर कोरोना से मरने वालों के 400 शव जलाए गए. यानी सरकारी आंकड़ों में एक हफ्ते में 276 मौतें दर्ज नहीं हुई हैं. लोगों को लगता है कि आंकड़े छिपाए जा रहे हैं.