लोकप्रिय तमिल उपन्यासकार आरएन जोए डी क्रूज को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के बाद 'धमकियां' और 'भड़काऊ मेल' मिल रहे हैं। उन्होंने गुजरात की मोदी सरकार को 'चमत्कारी सरकार' बताकर उसकी प्रशंसा की थी।
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और मछुआरों के विषय को उठाने वाले जोए ने बताया कि फेसबुक पर कुछ दिन पूर्व उन्होंने मोदी के समर्थन में पोस्ट डाला था जिसके बाद उन्हें जबर्दस्त विरोध और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें धमकी भरे मेल मिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उनके पोस्ट के विरोध में लेखन से जुड़े कुछ लोगों ने भी चेतावनी भरे मेल भेजे। कुछ ने मुझे धमकी दी कि मेरे लेखन कार्य से जुड़ा अनुवाद का कार्य मुश्किल में पड़ सकता है। उदाहरण के लिए मेरी 'आझी सूझ उलागु' का अंग्रेजी अनुवाद जो अभी प्रकाशन की प्रक्रिया में है, उसे रोका जा सकता है। कुछ ने मुझे धमकी भरे मेल भी भेजे।
हालांकि जोए इन विरोधों से प्रभावित नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'मोदी को समर्थन करने का फैसला मैंने दिल से लिया है।' गुजरात दंगों को लेकर मोदी पर अल्पसंख्यक विरोधी होने और दंगों के दौरान उनके द्वारा ज्यादा कुछ नहीं किए जाने के आरोप लगते रहे हैं।
इस पर जोए ने कहा, 'मैंने काफी यात्राएं की हैं और मैं अपने देश की सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक हकीकत को समझता भी हूं। अब तक जो भी सत्ता में रहे हैं उन्होंने लोगों की समस्याओं के समाधान के प्रति स्वार्थी रवैया और गैरजिम्मेदाराना विचार ही दर्शाए हैं।'
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