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धर्म के ठेकेदारों से शब्दों की लड़ाई है महाराज, जानें कैसी है आमिर खान के बेटे की डेब्यू फिल्म, पढ़ें मूवी रिव्यू

Maharaj Review in Hindi: आमिर खान के बेटे जुनैद खान की डेब्यू फिल्म महाराज नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. जानें कैसी है महाराज फिल्म, पढ़ें मूवी रिव्यू.

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3.5
धर्म के ठेकेदारों से शब्दों की लड़ाई है महाराज, जानें कैसी है आमिर खान के बेटे की डेब्यू फिल्म, पढ़ें मूवी रिव्यू
Maharaj Review in Hindi: आमिर खान के बेटे की मूवी महाराज का रिव्यू
नई दिल्ली:

Maharaj Review in Hindi: आमिर खान के बेटे जुनैद खान ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया है. उनकी पहली फिल्म महाराज ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. फिल्म का निर्देशन सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने किया है. फिल्म में जुनैद खान के अलावा जयदीप अहलावत और शालिनी पांडे लीड रोल में हैं. फिल्म की कहानी सौरभ शाह  की किताब महाराज पर आधारित है. जुनैद खान ने एकदम नए विषय और कहानी के साथ दस्तक दी है. महाराज जैसी फिल्म करने के लिए काफी हिम्मत की जरूरत है और जुनैद खान ने यह हिम्मत दिखाई है. आइए जानते हैं कैसी जुनैद खान की फिल्म महाराज.

महाराज की स्टोरी और डायरेक्शन
महाराज की कहानी करसन (जुनैद खान) और जेजे (जयदीप अहलावत) की है. करसन समाज में सुधार लाना चाहता है. वह जाति-पांति नहीं मानता. विधवा विवाह में यकीन करता है. जेजे एक संप्रदाय का प्रमुख है और वह धर्म के नाम पर लोगों के अंधविश्वास से खेलता है और लड़कियों का गलत फायदा उठाया है. फिर जेजे की वजह से करसन की जिंदगी में तूफान आ जाता है और करसन जेजे की हकीकत लोगों को दिखाने और उसकी काली दुनिया को खत्म करने के लिए निकल पड़ता है. इस तरह सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने एक जोरदार कहानी को चुना है. जिसमें धर्म और अंधविश्वास के नाम पर लड़कियों को ठगे जाने की कहानी है. हालांकि फिल्म देखने के बाद यशराज फिल्म्स की महाराज को ओटीटी पर रिलीज करने का फैसला एकदम सही जान पड़ता है क्योंकि डायरेक्शन और माहौल इसकी कमजोर कड़ी है.  

महाराज में एक्टिंग
आमिर खान को मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है. ऐसे में उनके बेटे जुनैद खान से एक्टिंग के मोर्चे पर काफी उम्मीदें थीं. पहली नजर में एक्टिंग टेस्ट में तो जुनैद खान पास हो जाते हैं. उन्होंने अपने एक्सप्रेशंस पर अच्छे से काम किया है और किरदार में काफी गहरे तक उतरे हैं. हालांकि उनकी डायलॉग डिलिवरी में कहीं ना कहीं थिएटर का भाव हावी हो जाता है. उन्हें रंगमंच की दुनिया से थोड़ा बाहर आना होगा और सिनेमा के भाव को पकड़ना होगा. वहीं, जयदीप अहलावत ने एक बार फिर दिखा दिया है कि एक्टिंग के मामले में उनका कोई तोड़ नहीं है. जयदीप अहलावत ने जेजे का किरदार निभाया है और जिस तरह के एक्सप्रेशन और कैरेक्टर को उन्होंने पकड़ा है, वो जोरदार है. फिल्म में शालिनी पांडे ने भी अपने किरदार को अच्छे से पकड़ा है. हालांकि शरवरी वाघ की वजह से जरूर फिल्म का फ्लो टूटता है. उनका कैरेक्टर ठूंसा हुआ सा लगता है और डायलॉग डिलिवरी बेहद कमजोर दिखती है. 

महाराज वर्डिक्ट
जुनैद खान ने अच्छी कोशिश की है, और वह इसी तरह से मेहनत जारी रखते हैं तो आने वाले समय में कुछ बेहतरीन फिल्में करते नजर आ सकते हैं. फिल्म की यूएसपी जयदीप अहलावत भी हैं. विषय अच्छा है और काफी प्रासंगिक भी. महाराज ओटीटी पर है और एक बार देखनी तो बनती है.

रेटिंग: 3/5 स्टार
डायरेक्टर: सिद्धार्थ पी मल्होत्रा
कलाकार: जुनैद खान, जयदीप अहलावत, शालिनी पांडे और शरवरी वाघ
ओटीटी: नेटफ्लिक्स

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