बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि जब विपक्षी पार्टी को सांप्रदायिक बताते हैं, तो उन्हें तकलीफ होती है, लेकिन साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि मुस्लिमों तक पहुंचने में हो सकता है कि उनकी ओर से कुछ कमियां रही हों।
राजनाथ ने रांची में एक जनसभा में कहा, हम जाति, भाषा और धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते। हमारे लिए यह मानवतावाद और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद है। उन्होंने कहा, हम वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास रखते हैं। हालांकि मैं स्वीकार करता हूं कि मुस्लिमों तक पहुंचने में हमारी तरफ से हो सकता है कि कुछ कमियां रही हों।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने एक 'साजिश' के तहत अपने इतने साल के शासनकाल में मुस्लिमों को शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित रखा। आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर चिंता जाहिर करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने माओवादियों से निपटने के लिए कुछ कार्ययोजना की बात की थी, लेकिन कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने इसे नकार दिया।
राजनाथ ने कहा, हम जानना चाहते हैं कि केंद्र सरकार ने आतंरिक और बाहरी सुरक्षा को लेकर अपने शासनकाल में क्या कार्ययोजना बनाई। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सत्ता में आई, तो उसकी प्राथमिकता पारदर्शिता के माध्यम से भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने की होगी।
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