प्रियंका गांधी द्वारा अपने भाई राहुल गांधी के साथ प्रचार दायित्व साझा किए जाने की खबरों के बीच कांग्रेस महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि यदि प्रियंका वड़ोदरा में उनके लिए प्रचार करने आती हैं, तो वह उनके 'आभारी' रहेंगे।
मिस्त्री वड़ोदरा लोकसभा सीट पर बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। मिस्त्री ने पीटीआई से कहा, यदि वह (प्रियंका) आती हैं, तो मुझे बहुत खुशी होगी...यदि वह एक रोड शो करने आती हैं, तो मैं आभारी रहूंगा।
उनकी टिप्पणी इन खबरों के बीच आई है, जिनमें कांग्रेस के रणनीतिकार सैम पित्रोदा के हवाले से कहा गया था कि प्रियंका अपने भाई एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का भार साझा करेंगी। पित्रोदा ने कहा है कि वह मीडिया से और मुखातिब होंगी तथा आगामी दिनों में तूफानी प्रचार भी करेंगी।
मिस्त्री की टिप्पणी अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की अध्यक्ष शोभा ओझा द्वारा भोपाल में यह कहे जाने के एक दिन बाद भी आई है कि सभी कांग्रेसी चाहते हैं कि प्रियंका समूचे देश में पार्टी के लिए प्रचार करें।
यह पूछे जाने पर कि क्या एआईएमसी चाहती है कि प्रियंका अपने परिवार के निर्वाचन क्षेत्रों अमेठी और रायबरेली तक सीमित रहने की बजाय समूचे देश में प्रचार करें, शोभा ने कहा था, यह सभी कांग्रेसियों की इच्छा है। शोभा ने कहा है, हालांकि, मुद्दे पर कोई भी अंतिम फैसला पूरी तरह उनका होगा।
खबरें इन चर्चाओं के बीच आई हैं कि कांग्रेस के 'वार रूम' में प्रचार अभियान की रणनीति बनाने में मदद कर रहीं प्रियंका गांधी राजनीति में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की ओर कदम बढ़ा सकती हैं। नामांकन दाखिल करने से पहले मिस्त्री ने कहा कि वड़ोदरा में पार्टी और लोगों के ठोस समर्थन की वजह से उन्हें जीत का भरोसा है।
मोदी के मुखर आलोचक मिस्त्री ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि मैं समीकरण बदल दूंगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस बनारस में मोदी के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी उतारेगी, उत्तर प्रदेश में पार्टी मामलों के प्रभारी मिस्त्री ने कहा, यकीनन। इस सवाल पर कि बनारस में कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा और कब उसके नाम की घोषणा की जाएगी, मिस्त्री ने कहा, मैं वड़ोदरा में चुनाव प्रचार में व्यस्त हूं।
सक्रिय राजनीति में प्रियंका के संभावित पदार्पण को वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी के बयान के मद्देनजर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने दिवंगत राजीव गांधी के हवाले से कहा था कि किशोर उम्र से ही प्रियंका का राजनीति की ओर झुकाव था।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रियंका अब कांग्रेस के राजनीतिक मामलों में ज्यादा रुचि ले रही हैं, द्विवेदी ने कहा था, मेरे लिए यह सवाल बेकार है। जहां तक मैं जानता हूं, राजनीति में उनकी रुचि बहुत पहले शुरू हो गई थी। वह बहुत पहले से ही राजनीतिक घटनाक्रमों और राजनीति की भाषा को समझने के लिए उत्सुक रहती थीं।
उन्होंने कहा, मेरे पास इसके कुछ सबूत भी हैं, लेकिन मैं अभी इसका कोई उल्लेख नहीं करना चाहता। मैं बस यह कह सकता हूं कि राजीव गांधी ने मुझे इस बारे में 1990 में कुछ बताया था।
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