जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव में पिछले 25 सालों में पहली बार 'ऐतिहासिक और अभूतपूर्व' मतदान रिकॉर्ड किया, जहां पांच चरणों में 66 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और आज अंतिम चरण में हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद 76 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया।
झारखंड में भी विधानसभा चुनाव में भारी मतदान देखने को मिला जहां मतदान का कुल प्रतिशत 66.3 रहा और आज अंतिम चरण में 71.26 फीसदी लोगों ने मतदान किया।
25 नवंबर से शुरू हुए पांच चरणीय मतदान के अंतिम दिन चुनाव उपायुक्त विनोद जुत्शी ने संवाददाताओं को बताया, 'जम्मू-कश्मीर में 1987 के बाद पिछले 25 सालों में पहली बार सर्वाधिक मतदान हुआ। यह ऐतिहासिक और अभूतपूर्व मतदान था। चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण और भागीदारी वाला रहा जहां मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ मतदान में हिस्सा लिया।'
जुत्शी ने बताया कि 1987 के बाद प्रदेश में जो भी चुनाव हुए उनमें मतदान का प्रतिशत इस बार के मुकाबले कम रहा था।
2008 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 61.42 और 2002 में 43.09 प्रतिशत था। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 35.20 फीसदी, वर्ष 2009 के आम चुनाव में 39.67 फीसदी और 2014 के आम चुनाव में 50.23 फीसदी मतदान हुआ था।
जुत्शी ने बताया कि जम्मू कश्मीर और झारखंड दोनों ही जगहों पर चुनाव से पूर्व या चुनाव के दिन कोई जनहानि नहीं हुई।
जम्मू-कश्मीर में पांचवें और अंतिम चरण के मतदान में तीन जिलों की 20 सीटों पर मतदान हुआ और 76 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
आतंकवाद पीड़ित जम्मू-कश्मीर राज्य में चौतरफा मुकाबला था जहां सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस, मुख्य विपक्षी दल पीडीपी, भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे को पटखनी देने में लगे हुए थे। उप मुख्यमंत्री ताराचंद तथा उनके चार कैबिनेट सहयोगियों समेत 312 उम्मीदवारों का भाग्य आज मतपेटियों में बंद हो गया।
वर्ष 2000 में बिहार से अलग होने के बाद झारखंड ने भी पांच चरणों में कुल 66.03 फीसदी मतदान के साथ मतदान के पिछले सभी रिकाडरे को तोड़ दिया। वर्ष 2004 के राज्य विधानसभा चुनाव में 54.2 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
चुनाव उपायुक्त उमेश सिन्हा ने बताया, 'झारखंड में यह अब तक का सर्वाधिक मतदान है। अंतिम चरण में 71.26 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।'
अंतिम चरण में दुमका और बरहैत से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सारथ से विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता और बोरियो से ग्रामीण कार्य मंत्री लोबिन हेमब्रोम मुख्य उम्मीदवार थे।
जुत्शी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में पांच चरणों के चुनाव के दौरान 68.69 लाख रुपये नकद, पांच लाख रुपये मूल्य की शराब, सात लाख रुपये मूल्य के मादक पदार्थ और पेड न्यूज के 21 मामले पकड़े गए।
सिन्हा ने बताया कि झारखंड में कुल 1.17 करोड़ रुपये नकद, 1.27 करोड़ रुपये मूल्य की 1.62 लाख लीटर शराब, 70 लाख रुपये मूल्य का मादक पदार्थ और पेड न्यूज के सात मामले पकड़े गए।
जुत्शी ने वर्ष 2014 को आयोग के लिए बेहद व्यस्त वर्ष बताया और विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के इतिहास में कभी इतना अधिक मतदान नहीं हुआ।
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