
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अपने पार्टी उम्मीदवारों का प्रचार करने के बाद आखिर सोमवार शाम को बनारस रवाना हो रहे हैं। यहां वह खुद के लिए प्रचार करेंगे, क्योंकि अरविंद केजरीवाल वाराणसी से खुद बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। माना जा रहा है कि केजरीवाल मंगलवार से अपना चुनाव प्रचार शुरू कर सकते हैं और जब तक बनारस में वोटिंग नहीं हो जाती, वह बनारस में ही रहेंगे।
हालांकि इस बीच वह अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ लड़ रहे अपने उम्मीदवार कुमार विश्वास के लिए पांच दिन प्रचार करेंगे, यानी हर विधानसभा में एक दिन रोडशो करेंगे केजरीवाल। यहां ध्यान रखना बहुत जरूरी है की ये सवाल रह रह कर उठ रहे थे की आखिर केजरीवाल पूरे देश में घूम रहे हैं, लेकिन अमेठी जैसी सबसे कठिन माने जाने वाली सीट पर कुमार विश्वास को अकेला क्यों छोड़ रखा है पार्टी ने?
अरविंद केजरीवाल के काशी पहुंचने से पहले उनके सबसे करीबी माने जाने वाले पार्टी में सेकंड-इन-कमांड मनीष सिसोदिया पहले ही इलाके को समझने और प्लान तैयार करने के मकसद से बनारस में डेरा डाल चुके हैं। साथ में और दुसरे नेता भी जैसे-जैसे अपने चुनाव और बाकी जिम्मेदारियों से फ्री हो रहे हैं, बनारस पहुंच रहे हैं। यहां साफ शब्दों में कहें तो पूरी की पूरी पार्टी ही अब से एक महीने के लिए बनारस शिफ्ट हो रही है।
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल बनारस में नुक्कड़ सभा करके वहां के आम लोगों से जुड़ने की कोशिश करेंगे, साथ ही पार्टी ने एक कालिंग कैंपेन भी चलाया है, जिसके तहत देश भर के लोग बनारस और अमेठी के मतदाता से नरेंद्र मोदी को हारने की अपील करेंगे।
इससे पहले बनारस में एक बड़े सियासी मोड़ में बाहुबली मुख्तार अंसारी वहां से चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं। मुख्तार अंसारी पिछली बार बसपा के टिकट पर मुरली मनोहर जोशी से 17,000 के बेहद कम अंतर से चुनाव हार गए थे। आम आदमी पार्टी के लिए यह खबर राहत वाली है, क्योंकि अल्पसंख्यक वोटों में सेंध या उसका खिसकना केजरीवाल के पक्ष में नहीं। इसलिए जब कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्तार अंसारी वहां केजरीवाल को समर्थन का ऐलान कर सकते हैं तो आम आदमी पार्टी इस पर कह रही है कि हम किसी के संपर्क में नहीं हैं और हम किसी से समर्थन नहीं मांग रहे, मोदी को हराने के लिए सबके समर्थन का स्वागत है।
पिछली बार जब केजरीवाल बनारस में अपनी उम्मीदवारी का ऐलान करने केवल दो दिन के लिए गए थे, तो काशी में केजरीवाल का स्वागत अंडों, कालिख , काले झंडों से हुआ था। अब इस बार तो केजरीवाल वहां लंबे वक्त के लिए जा रहे हैं, ऐसे में देश के लोगों और मीडिया की नजर तो बनारस पर रहेगी ही साथ ही बीजेपी और नरेंद्र मोदी भी रैली देश में कहीं भी करें, लेकिन बनारस पर लगातार नजर बनाए रखेंगे।
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