वाराणसी लोकसभा सीट से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मतदाताओं को चेताया कि वे मीडिया में दिखाई गई गुजरात के मुख्यमंत्री की छवि के आधार पर उन पर आंख मूंद कर विश्वास न करें।
बीजेपी के गढ़ रामनगर के त्रिपोलिया में लोगों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, मैं यहां किसी गांव में गया था, जहां मुझे देखते ही युवाओं ने 'मोदी-मोदी' का नारा लगाना शुरू कर दिया। मैं उनसे पूछा कि मोदी को देश का प्रधानमंत्री क्यों बनना चाहिए, उनके पास कोई जवाब नहीं था।
उन्होंने कहा, मैंने उनके बातचीत की। मैंने उन्हें गैस की कीमतों के बढ़ने के दस्तावेज दिखाए, उन्हें (मोदी के) कैबिनेट में बाबूलाल बुखारिया को रखने के बारे में बताया। सभी मुझसे सहमत हुए और आज हमारी पार्टी में शामिल हुए।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों से मोदी पर 'अंधविश्वास' न करने की अपील करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के बारे में मीडिया जो दिखा रही है, वह वास्तविकता से अलग है। उन्होंने कहा, मीडिया जो दिखा रही है, वह अफीम की तरह है। अपना होश मत खोएं। यदि आप अंधसमर्थकों की भांति 'मोदी-मोदी' के नारे लगाएंगे, तो बाद में पछताएंगे।
महज 49 दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए उन्हें 'भगोड़ा' कहने के लिए विपक्षी दलों पर चुटकी लेते हुए केजरीवाल ने कहा, भगवान का शुक्र है कि भगवान राम जब 14 वर्ष के वनवास पर गए, तो बीजेपी वहां नहीं थी, वरना वह पूरी अयोध्या में राम को 'भगोड़ा' बताते हुए पोस्टर लगा देते।
केजरीवाल ने रामनगर में जन्मे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, लाल बहादुर शास्त्री ने अपने सिद्धांतों के लिए इस्तीफा दिया। शास्त्री की भांति मैं भी वही करूंगा। सिद्धांतों के लिए मैं 100 बार इस्तीफा देने से नहीं हिचकूंगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं