प्रीबायोटिक्स कुछ विशेष प्रकार के फाइबर हैं जो अक्सर पौधों में पाए जाते हैं और यह हमारी आंत के लिए अच्छे और फायदेमंद बैक्टीरिया के विकास को बढ़ाते हैं. इनका सेवन गट हेल्थ के लिए माइक्रोबायोम को बनाए रखने में मदद कर सकता है. एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है.
हाल ही में हुए एक शोध में वैज्ञानिकों ने कई पुराने पब्लिश मैटीरियल की मदद से हजारों फूड आइटम्स का पता लगाया है जिनमें प्रीबायोटिक्स भरपूर और अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं.
स्टडी में पाया गया है कि डैंडेलियन ग्रीन्स, जेरूसलम आर्टिचोक, लहसुन, लीक और प्याज जैसे फूड आइटम्स में प्रीबायोटिक ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं. प्रीबायोटिक-युक्त फूड आइटम्स में फाइबर अच्छी मात्रा में होती है, लेकिन अधिकांश अमेरिकी लोगों में इनकी कमी पाई जाती है. फाइबर पेट में माइक्रोऑर्गेनिज्म को सपोर्ट करती है.
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सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी के मास्टर्स के स्टूडेंट कैसेंड्रा बॉयड ने असिस्टेंड प्रोफेसर जॉन गिएंग की गाइड में पीएचडी के दौरान ये शोध किया और कहा,"पहले हुई रिसर्च में पाया गया है कि प्रीबायोटिक से भरपूर फूड आइटम्स का सेवन हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है," "माइक्रोबायोम के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा फाइबर का सेवन करना आपकी सोच से ज्यादा लाभदायक हो सकता है."
बॉयड ने ये रिजल्ट NUTRITION 2023 में 22 से 25 जुलाई को बोस्टन में आयोजित अमेरिकन सोसायटी फॉर न्यूट्रिशन की प्रमुख वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किए थे.
प्रीबायोटिक्स, जिन्हें माइक्रोबायोम के लिए भोजन समझा जा सकता है लेकिन वो प्रोबायोटिक्स से अलग होते हैं, जिनमें लाइव माइक्रोऑर्गेनिज्म होते हैं. दोनों माइक्रोबायोम स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते हैं, लेकिन ये अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं.
रिसर्च में हाई प्रीबायोटिक के सेवन को बेहतर ब्लड ग्लूकोज के रेग्युलेशन, कैल्शियम जैसे खनिजों के बेहतर अवशोषण, पाचन और इम्यून सिस्टम के मार्करों से जोड़ा है. हालांकि अधिकतर डाइट गाइडलाइंस वर्तमान में प्रीबायोटिक के सेवन की मात्रा नहीं बताते हैं, लेकिन इंटरनेशनल साइंटिफिक एसोसिएशन फॉर प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स ने वर्तमान में प्रीबायोटिक की परिभाषा स्थापित करते हुए हर दिन 5 ग्राम सेवन करना बताया है.
शोधकर्ताओं ने खाद्य और पोषक तत्व डेटाबेस में शामिल 8,690 खाद्य पदार्थों की प्रीबायोटिक सामग्री का विश्लेषण करने के लिए पहले हुई स्टडीज की मदद ली.
डेटाबेस में लगभग 37 प्रतिशत फूड आइटम्स प्रीबायोटिक्स युक्त पाए गए थे. डैंडेलियन ग्रीन्स, जेरूसलम आर्टिचोक, लहसुन, लीक्स और प्याज में सबसे ज्यादा प्रीबायोटिक्स पाए गए, प्रति ग्राम खाने में इनकी मात्रा लगभग 100 से 240 मिलीग्राम (mg/g) थी. वहीं दूसरे प्रोबायोटिक-सम्पन्न फूड आइटम्स में अनियन रिंग्स, क्रीम्ड अनियन, काऊपीज, शतावरी और केलॉग्स ऑल-ब्रैन सीरियल शामिल थे, जिनके सेवन से लगभग 50-60 मिलीग्राम (mg/g) के आसपास प्रीबायोटिक्स मिलते थे.
बॉयड ने कहा, "हमारी प्रारंभिक साहित्य समीक्षा के निष्कर्षों से पता चलता है कि प्याज और संबंधित खाद्य पदार्थों में प्रीबायोटिक्स के कई रूप होते हैं, जिससे कुल प्रीबायोटिक सामग्री ज्यादा हो जाती है." “प्याज और उससे रिलेटेड फूड आइटम्स कई अलग-अलग तरीकों से खाने में स्वाद और मेन इंग्रीटिएंट दोनों ही तौर में दिखाई देते हैं." इनका सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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