Written by सुभाषिनी त्रिपाठी, Hindi Diwas 2023 : ''हर वो व्यक्ति जिसके भीतर अपनी मिट्टी से जुड़े रहने का भाव है, वह हिन्दी से प्रेम और गौरव की अनुभूति पाता रहेगा. अपनी भाषा से प्यार करना दरअसल सभी की भाषा से प्यार करने जैसा है. ये समस्त मनुष्यता से प्यार करने जैसा है.''