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सूखी खांसी, बलगम और गले की खराश के लिए 10 सबसे असरदार घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय | Khansi Ka Gharelu Aur Desi Ilaj

Khansi Se Kaise Rahat Paye | Khansi Ke Gharelu Upay : अच्छी बात यह है कि हमारे घर की रसोई (kitchen) में ही ऐसे कई आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे मौजूद हैं जो इन आम समस्याओं का इलाज बिना किसी साइड इफ़ेक्ट (side effect) के कर सकते हैं. आइए, समझते हैं कि मौसम बदलने पर ये परेशानियां क्यों होती हैं और इन्हें ठीक करने के सबसे असरदार घरेलू उपाय क्या हैं.

सूखी खांसी, बलगम और गले की खराश के लिए 10 सबसे असरदार घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय | Khansi Ka Gharelu Aur Desi Ilaj
Khansi Se Kaise Rahat Paye | Khansi Ke Gharelu Upay.

Khansi Se Kaise Rahat Paye | Khansi Ke Gharelu Upay : जैसे ही मौसम बदलता है, खासकर गर्मी से सर्दी या सर्दी से गर्मी की तरफ, हमारी सेहत पर उसका असर सबसे पहले दिखता है. बच्चों से लेकर बड़े तक, हर कोई सूखी खांसी (dry cough), बलगम (phlegm) या गले की खराश (sore throat) जैसी परेशानियों से जूझने लगता है. यह सब हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) के कमज़ोर होने के कारण होता है.

Gale Me Kharash Kyu Hoti Hai: अच्छी बात यह है कि हमारे घर की रसोई (kitchen) में ही ऐसे कई आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे मौजूद हैं जो इन आम समस्याओं का इलाज बिना किसी साइड इफ़ेक्ट (side effect) के कर सकते हैं. इस बारे में हमने बात की आयुर्वे‍द‍िक डॉक्‍टर 

आइए, समझते हैं कि मौसम बदलने पर ये परेशानियां क्यों होती हैं और इन्हें ठीक करने के सबसे असरदार घरेलू उपाय क्या हैं.

मौसम बदलने पर क्यों होती है खांसी और खराश? | Gale Me Kharash Kyu Hoti Hai

  1. तापमान का उतार-चढ़ाव (Temperature Fluctuation): जब दिन और रात के तापमान में अचानक बदलाव आता है, तो हमारा शरीर उसे जल्दी एडजस्ट (adjust) नहीं कर पाता, जिससे वायरल इन्फेक्शन (viral infection) होने का खतरा बढ़ जाता है.
  2. एलर्जी (Allergies): मौसम बदलने पर हवा में धूल के कण (dust particles), पराग (pollen) और प्रदूषण (pollution) बढ़ जाते हैं, जो गले में एलर्जी और खराश पैदा करते हैं.
  3. इम्यूनिटी का कमज़ोर होना: अचानक आए मौसम बदलाव से लड़ने के लिए हमारी इम्यूनिटी थोड़ी कमज़ोर पड़ जाती है, जिससे वायरस और बैक्टीरिया (bacteria) हम पर आसानी से हमला कर पाते हैं.

सूखी खांसी, बलगम और गले की खराश के लिए 10 सबसे असरदार घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय | Khansi Ka Desi Ilaj

Khansi, Balgam aur Gale Ki Kharash Ke Gharelu Nuskhe : ये नुस्खे न सिर्फ आराम पहुंचाएंगे, बल्कि आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत करेंगे.

1. अदरक और शहद का मिश्रण (Ginger and Honey Mixture)

  • कैसे इस्तेमाल करें: अदरक को कद्दूकस (grate) करके उसका रस निकाल लें. इस रस में बराबर मात्रा में शुद्ध शहद (honey) मिला लें.
  • फायदा: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं जो गले की सूजन (swelling) कम करते हैं, और शहद खांसी को दबाता है और गले को आराम देता है. यह सूखी खांसी के लिए बेहतरीन है.
  • कितना लें: दिन में 2 से 3 बार एक चम्मच लें.

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2. हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk)

  • कैसे इस्तेमाल करें: एक ग्लास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर और एक चुटकी काली मिर्च पाउडर (black pepper powder) मिलाएं.
  • फायदा: हल्दी में करक्यूमिन (Curcumin) होता है जो बहुत पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट (anti-oxidant) है. यह इन्फेक्शन से लड़ता है और बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करता है.
  • कितना लें: रात को सोने से पहले ज़रूर पिएं.

3. गरारे (Gargles)

  • कैसे इस्तेमाल करें: एक ग्लास गुनगुने पानी (lukewarm water) में आधा चम्मच नमक (salt) मिलाएं.
  • फायदा: नमक वाला पानी गले में जमा हुए बैक्टीरिया को बाहर निकालता है और गले की खराश तथा सूजन को कम करता है. यह सबसे आसान और पुराना उपाय है.
  • कितना करें: दिन में 3 से 4 बार करें.

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4. तुलसी और काली मिर्च की चाय/काढ़ा (Tulsi and Black Pepper Tea/Kadha)

  • कैसे इस्तेमाल करें: 5-6 तुलसी के पत्ते, 3-4 काली मिर्च के दाने और थोड़ा सा अदरक पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाए. फिर छानकर गुड़ (jaggery) मिलाकर पिएं.
  • फायदा: तुलसी और काली मिर्च, दोनों ही कफ (cough) को खत्म करने में मदद करते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं. यह गाढ़े बलगम को पिघलाता है.
  • कितना लें: सुबह-शाम एक-एक कप.

5. भाप लेना (Steam Inhalation)

  • कैसे इस्तेमाल करें: एक बड़े बर्तन में गर्म पानी लें. उसमें विक्स (Vicks) या अजवाइन (Carom seeds) डालकर तौलिये (towel) से सिर ढककर 5 से 10 मिनट तक भाप लें.
  • फायदा: भाप लेने से बंद नाक खुलती है और छाती में जमा हुआ बलगम (chest congestion) आसानी से बाहर निकल जाता है. यह सांस लेने की नली को साफ करता है.
  • कितना करें: दिन में 2 बार.

6. मुलेठी (Licorice)

  • कैसे इस्तेमाल करें: मुलेठी की छोटी सी डंडी चूसें या मुलेठी का पाउडर शहद के साथ मिलाकर खाएं.
  • फायदा: मुलेठी गले के लिए एक वरदान है. यह गले की खराश और लगातार होने वाली सूखी खांसी को तुरंत शांत करती है.
  • कितना लें: ज़रूरत पड़ने पर चूस सकते हैं.

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7. लहसुन (Garlic)

  • कैसे इस्तेमाल करें: लहसुन की 2-3 कलियाँ (cloves) घी में भूनकर या कच्चा चबाकर खाएं.
  • फायदा: लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक (natural antibiotic) है. यह इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकता है और शरीर को अंदर से गर्मी देता है.

8. पानी खूब पिएं (Stay Hydrated)

  • कैसे इस्तेमाल करें: सिर्फ सादा पानी ही नहीं, गरम पानी या हर्बल चाय (herbal tea) भी पीते रहें.
  • फायदा: शरीर में पानी की कमी (dehydration) से गला सूख जाता है और खांसी बढ़ती है. गरम पानी या हर्बल चाय बलगम को पतला करने में मदद करती है.

9. लौंग और नमक (Clove and Salt)

  • कैसे इस्तेमाल करें: लौंग (Clove) को हल्का सा तवे पर गरम करके उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक (rock salt) मिलाकर चूसें.
  • फायदा: लौंग में एनेस्थेटिक (anaesthetic) गुण होते हैं, जो गले को सुन्न (numb) करके तुरंत खराश और दर्द से राहत देते हैं.

10. गुनगुना नींबू पानी (Warm Lemon Water)

  • कैसे इस्तेमाल करें: गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पिएं.
  • फायदा: नींबू में विटामिन सी (Vitamin C) होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है और शहद गले को आराम देता है.

कब डॉक्टर के पास जाना ज़रूरी है? (When to Consult a Doctor?)

ज्यादातर खांसी और खराश इन घरेलू नुस्खों से 5 से 7 दिन में ठीक हो जाती है. लेकिन अगर आपको नीचे दिए गए लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:

  • खांसी 7 दिन से ज्यादा चले और ठीक न हो.
  • बुखार (fever) 101°F से ऊपर रहे.
  • सांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ (difficulty in breathing) हो.
  • खांसी के साथ खून (blood) आए.

निष्कर्ष (Conclusion):

मौसम बदलने पर होने वाली खांसी, बलगम और गले की खराश से बचने के लिए सबसे जरूरी है अपनी जीवनशैली (lifestyle) को ठीक रखना और इम्यूनिटी को मजबूत बनाना. ये सभी घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खे पूरी तरह सुरक्षित हैं और सदियों से इस्तेमाल होते आए हैं. इन्हें अपनाएं और मौसम के बदलाव का मज़ा लें, बिना बीमार पड़े!

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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