ब्रिटेन के लिए शनिवार का दिन बेहद खास है. इसी दिन सात दशकों में ब्रिटेन के सबसे बड़े औपचारिक आयोजन में चार्ल्स तृतीय की सम्राट के रूप में ताजपोशी की गई. यह करीब 1,000 साल पुरानी परंपरा है. आपको 21वीं सदी में राजाओं की बात और देश में राजाओं का शासन सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन आज से करीब सौ साल पहले तक दुनिया के ज्यादातर देशों में ऐसी ही व्यवस्था थी. भले ही बीते सौ वर्षों में दुनियाभर में हालात काफी बदल गए हों लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आज भी विश्व में 40 से ज्यादा ऐसे देश हैं जहां राजशाही है. जहां लोगों की चुनी हुई सरकार के ऊपर भी राजा को माना जाता है. आज हम आपको इन्हीं देशों के बारे में बताने जा रहे हैं. साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि आखिर आज राजशाही कितने रूपों में बची हुई है.
आज के दौर में दो तरह की राजशाही देखने को मिल रही है. एक वो जिसे संवैधानिक राजतंत्र कहते हैं और दूसरा जिसे पूर्ण राजतंत्र के नाम से जाना जाता है. विश्व में आज ऐसे 40 से ज्यादा देश हैं जहां राजशाही है. आइये जानते हैं इन दोनों के बीच का अंतर क्या है ?
क्या होता है संवैधानिक राजतंत्र ?
इस तरह की राजशाही में किसी राज्य का सर्वोच्च शासक तो राजा होता है लेकिन उसकी शक्तियां किसी संविधान या कानून द्वारा सीमित होती हैं. यानी वो राजा होकर भी उस देश के कानून को मानने के लिए बाध्य होता है और अपनी मनमानी नहीं चला सकता. आज कतर, यूएई, बहरीन जैसे देशों में संवैधानिक राजतंत्र है.
क्या होता है पूर्ण राजतंत्र ?
ये वो राष्ट्र हैं जहां आज भी पूरी तरह से राजाओं का ही शासन होता है. इन देशों के राजाओं पर किसी भी संविधान या कानून का कोई अंकुश नहीं होता. वह अपनी मनमानी के अनुसार फैसले करते हैं. ऐसे राजाओं का अपने नागरिकों और राज्य पर पूरा अधिकार होता है. जिन देशों में इस तरह की राजशाही है उनमें खास तौर पर स्वाज़ीलैंड, ओमान , दारुस्सलाम , सऊदी अरब और वेटिकन प्रमुख रूप से शामिल हैं.
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