जनपद गौतमबुद्ध नगर में विभिन्न जगहों पर तीन लोगों ने फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली है. थाना सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक नीरज मलिक ने बताया कि सदरपुर कॉलोनी में रहने वाले आरिफ (20 वर्ष) ने सुबह अपने घर में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
नोएडा के गौरव चंदेल सनसनीखेज हत्याकांड में रविवार को हापुड़ पुलिस ने एक शार्प-शूटर क्या दबोचा, गिरफ्तारी का श्रेय लेने के चक्कर में, हापुड़-नोएडा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ की टीमों के बीच सिर फुटव्वल शुरू हो गई.
सिसोदिया के अनुसार, व्यक्ति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि आरोपी पांच बेटियों का पिता है और अपनी पत्नी पर बेटा पैदा करने के लिए दबाव बना रहा था. बेटा ना होने पर उसने पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया और अपनी बेटियों को घर पर रख लिया था. इसी बीच वह अपनी बड़ी बेटी के साथ बलात्कार करता था. पीड़ित किशोरी की छोटी बहन ने यह सब देख लिया तो आरोपी ने उसे पलंग में बंद कर दिया.
नोएडा के सेक्टर 49 में स्थित एक पीजी में रहने वाली युवती शव उसी के कमरे में पंखे से झूलता मिला. युवती का दोस्त जब वहां उससे मिलने आया, तो यह दृश्य देख उसके होश उड़ गए. उसने फौरन पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. युवती ने अपना सुसाइड नोट कमरे की दीवारों पर ही लिख रखा था, जिसमें लिखा था ‘आई एम रिस्पांसिबल फॉर माय डैड’ पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवती ने क्यों आत्महत्या की?
गौरव चंदेल के हत्यारे वारदात के हफ्ते भर बाद भी नहीं पकड़े गए हैं. नोएडा के गौरव चंदेल हत्याकांड में पुलिस को अब तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है. गौरव चंदेल की कार मसूरी थाना क्षेत्र के आकाश नगर से बरामद की गई है. गाज़ियाबाद पुलिस ने नोएडा पुलिस को इसकी सूचना दी है. गौरव चंदेल की 6 जनवरी की रात में हत्या हुई थी. नोएडा पुलिस ने बुधवार को जांच पड़ताल के दौरान गौरव से लूटी गई सेलटोस कार गाजियाबाद से बरामद करने का दावा किया है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों पर सवाल उठाने वाले गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) वैभव कृष्ण पर हमला बोला है.
नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण को बदनाम करने के उद्देश्य से उनका एक फर्जी वीडियो चैट सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में डीजीपी के आदेश पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस पूरे मामले की जांच हापुड़ के एसपी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस मामले में बुधवार रात एसएसपी वैभव कृष्ण ने अचानक प्रेस वार्ता बुलाकर बताया कि ये तीनों वीडियो क्लिप फेक हैं और इसमें उनकी तस्वीर को एडिट करके डाला गया है.
एसएसपी ने कहा कि उन्होंने आईजी जोन से निवेदन किया है कि उक्त मामले की जांच जनपद गौतम बुद्ध नगर के अलावा किसी अन्य जनपद की पुलिस से कराई जाए. वैभव कृष्ण ने कहा कि विगत एक साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने संगठित अपराध और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है.
पुलिस जब बच्चों को जगह खाली करने के लिए कह रही थी तभी एक बच्चे ने कहा, ''वो उन्हें कहीं ले गए. हमें नहीं पता कि वो कहां हैं''. इसी दौरान एक पुलिसवाले ने बच्चों को समझाते हुए कहा कि यह सब कानून के अनूरूप ही किया जा रहा है. तभी एक लड़की ने अपने कान पकड़ कर कहा, ''सॉरी सर, प्लीज सर... हम बच्चें हैं और हमें ज्यादा जानकारी नहीं है''.
मारपीट की यह घटना ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके की है. पीड़ित का नाम लोकेश (43) है. लोकेश रेहड़ी पर बिरयानी बेचकर अपने परिवार का पेट पालता है. बिरयानी बेचने की वजह से उसे पीटा जाएगा, शायद ही लोकेश ने कभी इस बात को सोचा होगा. शनिवार को लोकेश के पास तीन लोग आए और बेवजह उसे पीटने लगे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में करीब चार माह पहले हुए एक महिला कर्मचारी की संदिग्ध मौत की जांच पुलिस ने शुरू की है. यह जांच अदालत के आदेश पर की जा रही है. बीते 15 अगस्त को डीपीएस स्कूल के परिसर में फोर्थ क्लास एम्पलाई बसंती देवी का शव पेड़ से लटकता मिला था. पुलिस ने मामले को सुसाइट बताया था जबकि बसंती के परिवार वालों का आरोप था कि उसकी हत्या करके, उसके शव को पेड़ पर लटकाया गया है. परिवार वालों की शिकायत पर भी नोएडा पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया था.
बुधवार को नोएडा के थाना सेक्टर 24, कोतवाली सेक्टर-20 और थाना बिसरख पुलिस के साथ एसटीएफ ने उमेश को घेर लिया. हालांकि पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी उमेश पंडित हथियार छोड़ने को राजी नहीं हुआ. पुलिस को लगा कि मौका मिलते ही वो हाथ में मौजूद एके-47 जैसे स्वचालित घातक हथियार से पुलिस पार्टी को निशाना बना डालेगा, तभी मौका पाकर पुलिस ने पैरों में गोलियां मारकर उसे काबू कर लिया.
नोएडा के सेक्टर 18 स्थित डीएलएफ मॉल में पीवीआर की छत पर एक कर्मचारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला. मृतक की पहचान 48 साल के भुवनचंद्र के रूप में हुई है. सूचना मिलते ही थाना सेक्टर 20 की पुलिस मौके पर पहुंच गई और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. मौके का मुआयना करके इविडेंस इकट्ठे किए गए.
एसपी ने बताया कि मेहरगनी उर्फ मेहरबान सिंह उर्फ बंटी साल 2008 में पुलिस कस्टडी से फरार चल रहा था. उस 2005 में एक बच्चे निर्मम हत्या का आरोप है. एसटीएफ़ को उसके नोएडा में छिपे होने की सूचना मिली थी उसके बाद से एसटीएफ़ की टीम उसे गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी.
सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी इन पांच लोगों के अलावा पुलिस ने रवि नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया, जो महिला का दोस्त है. उसने महिला को उस शाम नौकरी ढूंढने में मदद करने की आड़ में पार्क के पास बुलाया था, लेकिन उसका यौन शोषण करने की कोशिश की. पार्क के समीप झुग्गियों में रहने वाले गुड्डू और श्यामू इस दौरान वहां पहुंच गए.
जिला प्रशासन ने शनिवार को यह जानकारी दी. उप जिलाधिकारी गुंजा सिंह ने बताया कि किसान को गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर इलाके स्थित दयंतपुर गांव में पराली जलाते हुए पकड़े जाए जाने पर शनिवार को गिरफ्तार किया गया.
दिल्ली से सटे नोएडा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. नोएडा के सेक्टर-27 के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पुरुष नर्स ने इलाज के लिए आई एक बुजुर्ग महिला और उसकी बहू को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और महिला के साथ हॉस्पिटल में ही दुष्कर्म किया.
नोएडा की एक कैश में डील करने वाली कंपनी लोजीकैश ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी है उनका एक कर्मचारी जिसे बैंक में कैश पहुंचाने के लिए भेजा गया था, चार करोड़ से ज्यादा कैश लेकर भाग गया है. लोजीकैश कंपनी बैंकों और एटीएम तक कैश लाने, ले जाने का काम करती है.
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर इस तरह की दुर्घटना का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले दादरी क्षेत्र के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर हुए एक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. तब पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.