
पर्सनल हाइजीन हमारी रोजमर्रा की उन आदतों का हिस्सा है जो हमारे शरीर, घर और आसपास के वातावरण को इंफेक्शन, गंदगी और बैक्टीरिया से बचाती हैं. साधारण सी लगने वाली आदतें, जैसे हाथ धोना, कपड़े और बिस्तर साफ़ रखना, दांतों की देखभाल, नहाना और प्रोडक्ट्स का समझदारी से इस्तेमाल ये सभी हमारी हेल्थ और परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन जैसी संस्थाएं मानती हैं कि हाथों की सफाई इंफेक्शन रोकने का सबसे असरदार तरीका है. आइए जानते हैं हाइजीन से जुड़े कुछ आम सवालों के सही जवाब-
नहाने के तौलिए को कितनी बार इस्तेमाल करें?
आदर्श रूप से 2 से 4 यूज के बाद तौलिया धो लें. अगर तौलिये में बदबू आने लगे, मौसम नम हो, कोई बीमार हो या आपको बहुत पसीना आता हो, तो इसे जल्दी साफ़ करें. तौलिया बार-बार इस्तेमाल करने से उस पर सूक्ष्मजीवों की एक पतली परत (biofilm) बन जाती है. भारत जैसे उमस भरे देशों में, तौलिये को हमेशा धूप या हवा में सूखने दें ताकि बैक्टीरिया न पनपे.
टूथब्रश कब बदलना चाहिए?
हर 3–4 महीने में या जब ब्रिसल्स घिस जाएं, तो नया टूथब्रश लें. किसी इंफेक्शन (जैसे जुकाम, फ्लू, कोविड) के बाद इसे तुरंत बदलना ज़रूरी है क्योंकि पुराने ब्रश में रोगाणु टिके रह सकते हैं.
चादर और तकिए के कवर कितनी बार धोएं?
हर हफ़्ते में एक बार (या 3–4 दिन में) धोना बेहतर है. अगर आपको ज्यादा पसीना आता है, पालतू जानवर साथ सोते हैं, या एलर्जी/एक्जिमा है, तो और बार-बार बदलें. बिस्तर पर जमा पसीना, धूल और स्किन की डेड ,सेल्स इंफेक्शन और एलर्जी का घर बन सकती हैं.
नहाने की आइडियल फ्रीक्वेंसी क्या होनी चाहिए?
यह एक्टिविटी, जलवायु और स्किन टाइप पर निर्भर करता है. हार्वर्ड हेल्थ का सुझाव है कि स्किन हेल्थ के लिए हफ़्ते में कई बार नहाना ठीक है; अगर आपको बहुत पसीना आता है, आप बाहर काम करते हैं, रोज़ाना एक्सरसाइज करते हैं या गर्म, आर्द्र मौसम में रहते हैं, तो रोजाना नहाना सही है। ज्यादा नहाने से त्वचा का नेचुरल ऑयल निकल सकता है और रूखापन या डर्मेटाइटिस बढ़ सकता है. अगर आप रोज़ाना पूरी तरह से नहीं नहाते हैं, तो बगलों, कमर और पैरों पर साबुन का इस्तेमाल ज्यादा करें.
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हाथ कब और कितनी बार धोएं?
खाने से पहले, शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद, सार्वजनिक स्थानों से लौटने के बाद और खाना छूने से पहले, ज़रूरी समय पर हाथ धोएं। सीडीसी आपको सलाह देता है कि आप साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं या अगर साबुन उपलब्ध न हो, तो अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
मोबाइल फ़ोन की सफाई कितनी बार करें?
रोज़ाना या सार्वजनिक स्थानों पर इस्तेमाल के बाद इसे साफ करें. फ़ोन पर आपके विचार से कहीं ज़्यादा रोगाणु होते हैं. अल्कोहल वाइप्स से हल्के हाथों से पोछें और केस को निकालकर भी साफ़ करें.
लूफा या नहाने के स्पंज को कब बदलें?
नेचुरल लूफा हर 2–3 हफ़्ते, और सिंथेटिक स्पंज हर 4–6 हफ़्ते में बदलें. इस्तेमाल के बाद इन्हें सूखा रखें क्योंकि गीले स्पंज में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं.
अंडरवियर और अंडर गारमेंट्स कब बदलें?
रोज़ाना बदलना सबसे अच्छा है. अगर आप एक्सरसाइज करते हैं या बहुत पसीना आता है, तो दिन में दो बार भी बदल सकते हैं. यह जेनिटल इंफेक्शन और स्किन इरिटेशन से बचाता है.
रोजमर्रा की छोटी चीज़ें कब बदलें या साफ़ करें?
रेजर ब्लेड: जंग लगने पर तुरंत बदलें.
मेकअप ब्रश/स्पंज:
हर हफ्ते धोएं, स्पंज हर महीने बदलें.
तकिए के कवर
चादर के साथ ही धोएं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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