कैंसर को सबसे खतरनाक बीमारियों में से माना जाता है और समाज में इसके नाम से ही लोगों की रूह कांप उठती है. कैंसर कई तरह का होता है और यह शरीर के किसी भी हिस्से को अपनी चपेट में ले सकता है. इन्हीं में से एक है प्रोस्टेट कैंसर. यह तब होता है जब प्रोस्टेट में सेल्स अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. प्रोस्टेट पुरुषों में एक अखरोट के आकार की ग्रंथि है, जो मूत्राशय (Bladder) के बेस पर स्थित होती है. प्रोस्टेट का काम शरीर में स्पर्म उत्पन्न करना है. जब शरीर का यह हिस्सा कैंसर की गिरफ्त में आ जाता है तो इस बीमारी को ही प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है.
शुरुआती स्टेज में ज्यादातर प्रोस्टेट कैंसर में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते है लेकिन जैसे-जैसे यह फैलता है, तो एक व्यक्ति ये लक्षण महसूस कर सकता है -
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- पेशाब करने में परेशानी
- ज्यादा पेशाब आना
- पेशाब करते समय एक कमजोर प्रवाह
- पेशाब करने के बाद भी ऐसा महसूस होना कि मूत्राशय खाली नहीं हुआ
- पेशाब में खून
- स्पर्म में खून
- हड्डी में दर्द
- वजन घटना
- नपुंसकता
एडवांस स्टेज में होता है इन हिस्सों में दर्द-
शरीर में इस बीमारी की प्रगति पर निर्भर करते हुए पीड़ित व्यक्ति अधिक असामान्य लक्षणों को महसूस कर सकता हैं, जिसमें पीठ (Back), कूल्हे (Hip) और पेल्विस (Pelvis) में दर्द शामिल है. पेल्विस एक बेसिन के आकार का स्ट्रक्चर है, जो रीढ़ की हड्डी को सपोर्ट करता है और पेट के अंगों को सुरक्षा प्रदान करता है. यदि प्रोस्टेट कैंसर आसपास के हिस्सों में फैल गया है, तो यह हल्का या तेज दर्द पैदा कर सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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