Sattu Roti Khane Ke Fayde: आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत की अनदेखी कर रहे हैं. बढ़ते तनाव, खराब खानपान और बिजी रूटीन के कारण पेट संबंधी बीमारियां और मानसिक तनाव आम समस्या बन गई हैं, लेकिन अगर आप अपने खानपान में एक सरल और प्रभावी बदलाव करते हैं, तो आप इन बीमारियों से बचे रह सकते हैं. इसके लिए आप अपने आटे को बदल सकते हैं. हम जिस आटे की बात कर रहे हैं वह गेहूं, मक्का और बाजरा से भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है.
रोटी बनाने के लिए कौन सा आटा लें? | Which Flour To Use For Making Roti?
यह आटा सत्तू का आटा है. सत्तू जो मुख्य रूप से चने, ज्वार या मोटे अनाज से बनता है, पेट के लिए बेहद लाभकारी है. इसकी रोटियां ना केवल स्वाद में बेहतरीन होती हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा फायदेमंद होती हैं.
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पेट की इन बीमारी से राहत | Relief From These Stomach Diseases
सत्तू आटे की रोटियां पेट के लिए एक प्राकृतिक उपचार का काम करती हैं. यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करती हैं और कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करती हैं. सत्तू में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को सही रखता है और कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाता है. इसके अलावा यह आटा पेट में मौजूद बैक्टीरिया को भी खत्म करने में मदद करता है, जिससे आप किसी भी पेट संबंधित बीमारी से मुक्त रहते हैं.
तनाव से मुक्ति और मानसिक शांति (Relief from stress And Mental Peace)
सत्तू का आटा मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है. यह शरीर में शांति बनाए रखने में मदद करता है और मानसिक तनाव को कम करता है. सत्तू में उपस्थित मैग्नीशियम और आयरन तत्व तनाव को कम करने में मदद करते हैं और आपको मानसिक शांति प्रदान करते हैं. अगर आप तनाव से परेशान हैं और मानसिक शांति की तलाश में हैं, तो सत्तू का सेवन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.
हाई एनर्जी और मजबूती
सत्तू में प्राकृतिक रूप से एनर्जी देने वाले तत्व होते हैं, जो दिनभर की थकान और कमजोरी को दूर करते हैं. इसे नियमित रूप से खाने से शरीर में ताकत बनी रहती है और आप ज्यादा एनर्जी महसूस करते हैं. यह शरीर को मजबूती देता है और शरीर को हर काम में सक्रिय बनाए रखता है.
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पोषक तत्वों से भरपूर
सत्तू में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के ऑलओवर हेल्थ के लिए जरूरी हैं. यह आटा न केवल पेट की समस्याओं को दूर करता है, बल्कि आपकी हड्डियों, त्वचा और बालों को भी हेल्दी बनाए रखता है.
कैसे बनाएं सत्तू की रोटियां?
सत्तू की रोटियां बनाने के लिए आपको सत्तू आटे को गेहूं के आटे के साथ मिला सकते हैं या फिर सत्तू को अकेले भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे पानी और नमक के साथ गूथकर रोटियां बनाई जाती हैं. इन रोटियों को तवा पर सेंककर परोसा जा सकता है. स्वाद के लिए आप इसमें प्याज, हरी मिर्च, और हल्का सा तेल भी डाल सकते हैं.
सत्तू का आटा एक ऐसी सुपरफूड है, जो न केवल पेट की बीमारियों से निजात दिलाता है, बल्कि स्ट्रेस फ्री लाइफ जीने में भी मदद करता है. गेहूं, मक्का और बाजरा से बेहतर यह आटा आपके स्वास्थ्य को संजीवनी प्रदान कर सकता है. अगर आप अपने खानपान में बदलाव लाना चाहते हैं और सेहतमंद जीवन जीना चाहते हैं, तो सत्तू की रोटियों को अपनी डाइट में शामिल करें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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