
भारत में स्ट्रीट फूड की बात हो और गोलगप्पे या पुचका का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता. यह चटपटा और स्वादिष्ट व्यंजन पूरे देश में पसंद किया जाता है, लेकिन इसके नाम, स्वाद और बनाने के तरीके में क्षेत्र के अनुसार काफी अंतर देखने को मिलता है. गोलगप्पे और पुचके दोनों ही भारतीय स्ट्रीट फूड के सबसे लोकप्रिय और स्वादिष्ट विकल्प हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों के बीच कुछ खास अंतर हैं? आइए जानते हैं गोलगप्पे और पुचके में क्या फर्क है और कैसे ये दोनों अपने अनोखे स्वाद और बनावट से लोगों के दिलों पर राज करते हैं.
राज्य अलग...
उत्तर भारत जैसे दिल्ली, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में इसे गोलगप्पा कहा जाता है. वहीं, भारत के पूर्वी राज्यों जैसे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में यही व्यंजन पुचका के नाम से जाना जाता है.
सामग्री का मामला ही अलग है...
इस चटपटे स्नैक की सामग्री में भी अंतर होता है. गोलगप्पे आमतौर पर सूजी या मैदे से बनाए जाते हैं, जिससे वे हल्के और कुरकुरे बनते हैं. इसके विपरीत, पुचका बनाने के लिए आटा और सूजी दोनों का मिश्रण इस्तेमाल होता है, जिससे इसका texture थोड़ा अलग होता है.
रंग-आकार में फर्क
रंग और आकार में भी दोनों अलग-अलग दिखते हैं. गोलगप्पे सफेद और मध्यम आकार के होते हैं, जबकि पुचका भूरे रंग का और आकार में थोड़ा बड़ा होता है. यह फर्क खाने के अनुभव को भी बदल देता है.
भरावन की बात अनोखी है
भरावन की बात करें तो गोलगप्पों में उबले हुए आलू, मटर और मीठी-खट्टी चटनी का मिश्रण भरा जाता है. इसके विपरीत, पुचके में उबले हुए चने और मैश किए हुए आलू का तीखा मसालेदार मिश्रण डाला जाता है, जो इसे और भी ज़ायकेदार बनाता है.
पानी में अंतर
गोलगप्पे और पुचका के पानी में भी काफी अंतर होता है. गोलगप्पे का पानी आमतौर पर खट्टा-मीठा होता है जिसमें इमली की चटनी और पुदीने का फ्लेवर होता है. जबकि पुचके का पानी बेहद तीखा और मसालेदार होता है, जिसमें हरा मिर्च, नींबू और विशेष मसालों का उपयोग किया जाता है.
स्वाद में फर्क
स्वाद के लिहाज से देखा जाए तो गोलगप्पे खट्टे-मीठे होते हैं जो बच्चों और हल्का स्वाद पसंद करने वालों को पसंद आते हैं. वहीं पुचका तीखा, खट्टा और मजेदार स्वाद देता है, जिसे तीखेपन के शौकीन लोग ज़्यादा पसंद करते हैं.
इस तरह, चाहे नाम अलग हो या स्वाद, गोलगप्पा और पुचका दोनों ही भारत के चहेते स्ट्रीट फूड हैं जो हर क्षेत्र में अपने खास अंदाज़ में दिल जीत लेते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)