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ब्लॉग राइटर
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इंद्राणी पार्ट 3 - कत्ल का राज़, पुलिस कमिश्नर और मीडिया
सोचिये 8 घंटे मुंबई का कमिश्नर कब किसी पुलिस स्टेशन में बैठता है? ऐसा पुलिसिया इतिहास में कभी-कभी ही होता है कि परिवार का मुखिया खुद आ जाये और सीनियर इंस्पेक्टर का काम करने लगे। वो जांच अधिकारी बन जाए और कड़ियां जोड़ने लगे। खार पुलिस स्टेशन आजकल पूरे शहर की मीडिया का गढ़ बना हुआ है।
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गुजरात में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के निशाने पर रहा मीडिया
गुजरात में हिंसा के पिछले कुछ दिन यूं बीते कि मीडिया दोनों तरफ से निशाने पर था। मीडिया पर अहमदाबाद में हमले की शुरुआत जीडीएमसी ग्राउंड से हुई। पुलिस जब पटेलों के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल को घेर रही थी, तब उसे पटेल आरक्षण की मांग करने वाले लोगों पर कम मीडिया पर ज्यादा गुस्सा आया।
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अभिषेक शर्मा की कलम से : जब बेडरूम में घुसती है पुलिस!
दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में जब पोर्न साइट पर बैन को लेकर बात हो रही थी, तब सरकार ने कहा कि उसके लिये मुमकिन नहीं है किसी के बेडरूम में घुसना। अच्छा था, सरकार ने मान लिया था कि बेडरूम में ताका-झांकी ठीक नहीं।
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याकूब मेमन की इस फांसी के बहाने : दूसरा भाग
शायद अब बहस की गुंजाइश नहीं रह गई है। अदालतों ने अपना काम कर दिया है। मीडिया को जिन अलग-अलग आवाज़ों को दिखाने का काम करना था वो भी हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इंसाफ ने अपना काम कर दिया है। लेकिन पूरे देश में जो लोग फांसी के तरफदार हैं उनकी जिम्मेदारी अब कुछ ज्यादा होनी चाहिये।
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फांसी पर बवाल : आइए समझें मुंबई धमाकों के दोषी याकूब मेमन मामले के दांव-पेंच (पहला भाग)
क्या 1993 धमाकों का दोषी याकूब पकड़ा गया था? अगर नहीं तो फिर उसने सरेंडर कैसे, कब और कहां किया? आने वाले वक्त में सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला लेगा उसमें पूरा मामला इन दो सवालों पर आकर जरूर अटकेगा।
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व्यापमं, मीडिया और मध्य प्रदेश : चौथा भाग
मध्य प्रदेश में विधानसभा के कामकाज के पहले दिन हंगामा होता रहा। कई विधायक हंसते-खिलखिलाते एक दूसरे का विरोध कर रहे थे। दोनों तरफ यानी कांग्रेस और बीजेपी सब एक जैसे नजर आए। मुझे नहीं मालूम कि लोकतंत्र के मंदिरों में विरोध का मतलब क्या होता है?
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तीसरा भाग : व्यापमं के 'राज़' और मध्य प्रदेश का 'सिस्टम'
व्यापमं के राज इतने हैं कि एक को पकड़ों तो दूसरा गुम हो जाए। अभी तो हम मेडिकल भर्ती, संविदा शिक्षक भर्ती, फूड इंस्पेक्टर भर्ती, वन आरक्षक जैसी भर्तियों पर लिख रहे थे। तभी डेंटल मेडिकल कॉलेज भर्ती का घोटाला आ गया। इस डीमेट के गणित में बड़े-बड़े लोग लगे थे।
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व्यापमं घोटाला और आयकर छापे की याद - पहला भाग
व्यापमं घोटाले के सिलसिले में मंगलवार को ढेरों प्रेस कॉन्फ्रेंस हुईं। लेकिन भोपाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस इसलिये याद की जाएगी क्योंकि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की बगल में वो शख्स बैठे थे जिनका नाम एक आयकर की रेड में सामने आया था।