लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके विकास कार्यो पर देश की जनता ने भरोसा जताया, जिसके कारण बीजेपी ने पहली बार 300 सीटों के आंकड़े को पार किया. लोकसभा के बाद हुए महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में बीजेपी को आसानी से अपनी जीत का भरोसा था, क्योंकि 4 महीने पहले ही हुए चुनावों में बीजेपी ने प्रचड जीत हासिल की थी, लेकिन विधानसभा चुनावों के आएं परिणामों ने भाजपा नेतृत्व को सोचने पर मजबूर कर दिया, क्योंकि इन चुनावों में ना तो विकास की बात पर जनता ने वोट दिया और ना ही धारा 370 के नाम पर वोट मिला.