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This Article is From Jan 18, 2023

सचिन पायलट ने परीक्षा पेपर लीक मामले में फिर साधा अशोक गहलोत सरकार पर निशाना

पायलट की मौजूदा टिप्‍पणी राजस्‍थान में कांग्रेस के अंदरूनी मतभेदों को दर्शाती है जहां सीएम गहलोत और उनके पूर्व डिप्‍टी सीएम सत्‍ता को लेकर संघर्ष में आमने-सामने हैं.  

सचिन पायलट ने परीक्षा पेपर लीक मामले में फिर साधा अशोक गहलोत सरकार पर निशाना
सचिन पायलट ने एक्‍जाम पेपर लीक मामले में सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा
जयपुर:

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक्‍जाम पेपर लीक मामले में बुधवार को फिर राजस्‍थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा जबकि एक मंत्री सहित पायलट के समर्थकों ने मुख्‍यमंत्री के तौर पर उनकी नियुक्ति की वकालत की. झुंझनू में एक किसान सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए पायलट ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बजाय रिटायर नौकरशाहों की राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. पायलट की मौजूदा टिप्‍पणी राजस्‍थान में कांग्रेस के अंदरूनी मतभेदों को दर्शाती है जहां सीएम गहलोत और उनके पूर्व डिप्‍टी सीएम सत्‍ता को लेकर संघर्ष में आमने-सामने हैं.  

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब राजस्‍थान से होकर गुजरी थी तो पार्टी ने इन मतभेदों को काफी हद तक दूर कर लिया था लेकिन 'युद्धविराम' अस्‍थायी प्रतीत हो रहा है. पायलट के संबोधन के पहले राजस्‍थान एससी कमीशन के चेयरमैन खिलाड़ी बैरवा और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि राज्‍य की जनता, खासकर युवा चाहते हैं कि राजस्‍थान के पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष (पायलट) को सीएम बनाया जाए. गुढ़ा ने कहा, "हर कोई पूछ रहा है कि पायलट कब सीएम बनेंगे. लोग इंतजार कर रहे हैं." बैरवा ने भी कहा, "लोग मुझसे पूछते हैं कि पायलट को कब सीएम बनाया जाएगा और मैं उनसे कहता हूं कि पार्टी हाईकमान उचित समय पर फैसला लेगा."

पायलट पिछले दो दिन से पेपर लीक घटना को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साध रहे हैं .उन्‍होंने मांग की है कि पेपर लीक मामले से जुड़े 'बड़े लोगों' को गिरफ्तार किया जाए. पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम गहलोत ने कहा था कि मुख्‍य आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. बीजेपी नेता किरोड़ी मीणा और आरएलपी के सांसद हनुमान बैनीवाल के इन आरोपों को भी गहलोत ने खारिज किया कि अधिकारी और नेता इस पेपर लीक में शामिल थे. रैली को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि पेपर लीक की एक के बाद घटनाएं हो रही हैं और इस मामले में जवाबदेही तय होनी चाहिए. 

पायलट ने कहा, ‘‘अब ये कहा जा रहा है कि पेपर लीक प्रकरण में कोई अधिकारी, नेता लिप्त नहीं था ... तो परीक्षा की कॉपी जो तिजोरी में बंद होती है वह बंद तिजोरी से बाहर बच्चों तक पहुंच गई. यह तो जादूगरी हो गई भई ... ऐसे कैसे हो सकता है. ऐसा संभव नहीं है.''इसके साथ ही पायलट ने कहा, ‘‘कोई न कोई तो जिम्मेदार होगा ...और जांच चल रही है इसकी मुझे खुशी है, मैं स्वागत करता हूं इस जांच का. मैं विश्वास दिलाता हूं कि हमारी पार्टी, हमारे नेता राहुल गांधी व अन्य ने, हमने हमेशा युवाओं की मदद करने का काम किया है.''सेवानिवृत्त नौकरशाहों की राजनीतिक नियुक्तियों पर उन्होंने कहा कि कोई अधिकारी शाम को सेवानिवृत्त होता है और आधी रात को उसे अन्य राजनीतिक पद पर नियुक्त कर दिया जाता है.

पायलट ने कहा, ‘‘अपना खून-पसीना बहाकर कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान मिलना चाहिए. पिछले चार साल में कई राजनीतिक नियुक्तियां हुई हैं. बड़े अधिकारियों को फर्क नहीं पड़ता कि शासन कांग्रेस का है या भाजपा का. वे तो शासन की नौकरी करते हैं. उन लोगों को भी अगर हमें नियुक्ति देनी है तो अनुपात बेहतर होना चाहिए.''कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘चाहे वह किसी का भी समर्थक हो लेकिन अगर कांग्रेस का कार्यकर्ता है, कांग्रेस के लिए ईमानदारी से काम किया होगा उसे कोई पद दें तो उसका हम सब स्वागत करेंगे. लेकिन बड़े-बड़े अधिकारी शाम पांच बजे सेवानिवृत्त होते हैं और रात 12 बजे उनकी नियुक्ति अन्य पदों पर हो जाती है.'' गौरतलब है कि राज्य सरकार ने पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता व निरंजन आर्य और पूर्व पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर सहित कई सेवानिवृत्त नौकरशाहों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया है. 

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