
Parliament Monsoon Session: पेगासस जासूसी (Pegasus Scandal) और कृषि कानून (Farm laws) के मुद्दे पर संसद का मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) लगातार बाधित हो रहा है. सरकार के इस मसले पर रुख के विरोध में विपक्षी पार्टियां कल मंगलवार को बैठक करके मॉक (छद्म या दिखावटी) पार्लियामेंट (mock parliament) के बारे में फैसला ले सकती हैं. मॉक पार्लियामेंट सदन के बाहर आयोजित की जा सकती है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि 14 से अधिक विपक्षी पार्टियों की बैठक कल सुबह होगी.राहुल गांधी की ब्रेकफास्ट मीटिंग पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने कहा सभी विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर और उनके साथी सांसद ब्रेकफास्ट मीटिंग में शामिल होंगे. जैसे संसद में ऑल पार्टी मीटिंग करते हैं,वैसे ही कांस्टीट्यूशन क्लब में मिलेंगे.
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विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि संसद में उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. सरकार उनकी आवाज को सुन रही है. पेगासस जासूसी और कृषि कानूनों के मुद्दे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध दूर नहीं हो रहा और संसद में सामान्य कामकाज नहीं हो पा रहा है. हंगामे के कारण दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा में लगातार कार्यवाही टालने की नौबत आ रही है. गौरतलब है कि संसद का मॉनसनू सत्र 19 जुलाई से प्रारंभ हुआ है लेकिन ज्यादातर समय विपक्षी सांसदों के हंगामे और विरोध की ही भेंट चढ़ा है.
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लोकसभा में आज विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही लगातार बाधित हुई. स्पीकर ओम बिरला की हंगामा कर रहे सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि दो सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित होने से देश की जनता का करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं. यह सदन जनता की समस्याएं और अभाव रखने के लिए है. उन्होंने कहा कि आप सदन के सम्मानित सदस्य हैं, आपका आचरण-व्यवहार देश और समाज को दिशा देने वाला हो. आप नारेबाजी-हंगामा कर रहे हैं, तख्तियां लहरा रहे हैं. यह सदन की गरिमा और संवैधानिक परम्पराओं के लिए उपयुक्त नहीं है.
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