राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र पुलिस प्रमुख को पालघर में भीड़ द्वारा पीट पीट कर तीन लोगों की कथित तौर पर जान लेने की घटना के सिलसिले में नोटिस भेजा है. एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी. इस घटना का जो वीडियो सामने आया था उसमें कुछ पुलिस कर्मी भी खड़े हुए नजर आ रहे थे. जिसकी वजह से उन पर सवाल उठाए जा रहे थे. लिहाजा आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा इस बाबत नोटिस भेजा गया है.
पालघर (Palghar) में हुई घटना की बात करें तो वारदात गुरुवार रात जिले के कासा पुलिस थाना इलाके में हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में चोरों के घूमने की अफवाह थी. रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई.
ग्रामीणों में जिन तीन लोगों की चोर समझकर हत्या कर दी थी, उनमें से दो की पहचान साधुओं के रूप में हुई थी. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसमें 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 70 साल के चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी थे. जबकि 30 साल का निलेश तेलगड़े ड्राइवर था.
Video: पालघर मॉब लिंचिंग को दिया जा रहा है सांप्रदायिक रंग?
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