डीएमके चीफ एमके स्टालिन ने शुक्रवार को तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. उन्हें चेन्नई में राजभवन में गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित ने पद की शपथ दिलवाई. उनके साथ साथ उनके कैबिनेट में आने वाले 33 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई है. पार्टी नेता दुरई मुरुगन ने जल संसाधन मंत्री के तौर पर शपथ ली है.
एमके स्टालिन को सीएम के अलावा तमिलनाडु के गृहमंत्री के तौर पर भी शपथ दिलाई गई है. इसके अलावा उनके पास प्रशासनिक और पुलिस सेवाओं, विशेष योजनाओं, और दिव्यांगजनों की कल्याण योजनाओं का पोर्टफोलियो भी रहेगा.
बता दें कि 2 मई को आए तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के नतीजों में डीएमके ने एआईडीएमके को सत्ता से उखाड़ फेंका था. एमके स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके को तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में छठी बार शासन करने का मौका मिला है. डीएमके 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है.
234 सीटों की विधानसभा सीटों में से डीएमके गठबंधन को कुल 159 सीटें मिली थी, जिसमें 133 डीएमके, कांग्रेस को 18, वीसीके को 4 और सीपीएम, सीपीआई को 2-2 सीटें मिली. वहीं, एआईडीएमके गठबंधन को महज 75 सीटें मिली, जिसमें से एआईडीएमके की 66, पीएमके को 5 और बीजेपी के 4 सीटें मिलीं.
स्टालिन ने जीत के बाद कहा था, 'इस जीत को मैं पार्टी के 50 साल के कामों का परिणाम मानता हूं. मैं इस जीत को पार्टी के काम के 'इनाम' के रूप में ले रहा हूं. मैं आप लोगों के प्रति वफादार रहूंगा, आपके लिए काम करूंगा. मेरी सोच और काम लोगों की भलाई के लिए ही होंगे.'
एमके स्टालिन ऐसे वक्त में चीफ मिनिस्टर का पद पहली बार संभाल रहे हैं, जब राज्य कोरोावायरस से बुरी तरह जूझ रहा है. गुरुवार को तमिलनाडु में 23,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य में कुल मामलों की संख्या 1.3 लाख से ज्यादा हो गई है.
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