Causes Of Pre Menopause: प्री मेनोपॉज प्रभावों से बचने के लिए सही समय पर डॉक्टर से एडवाइज लेना जरूरी है
खास बातें
- प्री मेनोपॉज प्रभावों से बचने के लिए सही समय पर डॉक्टर से मिलें.
- फर्टिलिटी इवेल्युएशन या फर्टिलिटी टेस्ट करवा लें.
- ताकि हम जान सकें कि हमारे ओवेरियन रिजर्व कम तो नहीं हो रहा है.
Menopause At An Early Age: ज्यादातर महिलाएं 45 और 55 साल की आयु के बीच मेनोपॉज शुरू करती हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में रजोनिवृत्ति की औसत आयु 51 वर्ष है. मेनोपॉज तब होता है जब आपके अंडाशय अंडे का उत्पादन बंद कर देते हैं, जिसकी वजह से एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है. एस्ट्रोजेन वह हार्मोन है जो प्रजनन चक्र को नियंत्रित करता है. प्री मेनोपॉज तब शुरू हो सकता है जब आप अनियमित पीरियड्स शुरू होते हैं जो आपके सामान्य चक्र से काफी लंबी या छोटी होती हैं. बहुत से लोग प्री मेनोपॉज के कारणों के बारे में बारे में जानने के इच्छुक होंगे. यहां डॉक्टर नुपुर गुप्ता द्वारा बताए गए कुछ कारणों और प्री मेनोपॉज के प्रभावों से बचने के तरीकों के बारे में जानें.
प्रेगनेंसी प्लान करने में हो रहे हैं असफल? कहीं आपको Pre Menopause तो नहीं! जानिए Fertility को कैसे करता है इफेक्ट
प्री मेनोपॉज के कारण (Causes Of Pre Menopause)
इसके बहुत से कारण हैं अगर आपकी मदर का मेनोपॉज जल्दी हुआ हो तो बेटी का भी जल्दी होगा. इसके अलावा कुछ ऑटोइम्यून कंडिशन या ऑटो इम्यून सिंड्रोम ऐसे हैं जो फीमेल्स में ज्यादा होते हैं जिसक वजह से समय से पहले पीरियड्स बंद हो जाते हैं क्योंकि आपको कोई सिस्टमिक बीमारी है. इसके साथ ही अगर आपके यूट्रस का रिमूवल कम उम्र में होता है, अगर आपका कैंसर का इलाज चल रहा है और कीमोथेरेपी करवा रहे हैं तो भी आपके पीरियड्स टाइम से पहले बंद हो सकते हैं. प्री मेनोपॉज का एक और कारण स्मोकिंग भी है. बहुत सी वीमेन स्मोकर्स में भी ये मेनोपॉज जल्दी हो जाता है.
कम उम्र में मेनोपॉज से होने वाली दिक्कतें:
अगर किसी को प्री मेनोपॉज हो जाता है उसके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बहुत कम हो जाती है उसकी वजह से हार्ट की प्रोब्लम्स, हड्डियों की समस्याएं कम उम्र में आने लगती हैं. इसके साथ ही इंफर्टिलिटी भी हो सकती है.
बालों को झड़ना जल्द रोकने के लिए डॉक्टर ने दी इन 6 तरीकों को फॉलो करने की सलाह, आप भी जानिए
प्री मेनोपॉज प्रभावों से बचने के लिए हमें सही समय पर डॉक्टर से एडवाइज लेना जरूरी है और अगर हम लेट प्रेगनेंसी प्लान कर रहे हैं तो हम समय पर जाकर फर्टिलिटी इवेल्युएशन या फर्टिलिटी टेस्ट करवा लें ताकि हम जान सकें कि हमारे ओवेरियन रिजर्व कम तो नहीं हो रहा है.
(डॉ. नूपुर गुप्ता, निदेशक-प्रसूति एवं स्त्री रोग, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम)
अस्वीकरण: इस लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. एनडीटीवी इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता या वैधता के लिए ज़िम्मेदार नहीं है। सभी जानकारी यथावत आधार पर प्रदान की जाती है. लेख में दिखाई देने वाली जानकारी, तथ्य या राय एनडीटीवी के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं और यह इसके लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व नहीं लेता है.