Periods: पीरियड्स को लेकर कई सारे मिथ्स हैं. हाल में गुजरात की घटना इसका एक उदाहरण है. पीरियड्स (Periods) के दौरान महिलाओं के साथ किए जाने वाले व्यवहार के खिलाफ और पीरियड्स को लेकर ना संकोच हो, ना बेतुकी सोच! इस संदेश के साथ दिल्ली के मयूर विहार में 'महावारी महाभोज' 'Menstrual Mahabhoj') का आयोजन किया गया. यह कदम पीरियड्स को लेकर गृण ख्यालों को रखने वाले लोगों की सोच का विरोध था. यह 'पीडियड्स फीस्ट' गुजरात से उठी उस घटना और बयान का विरोध था, जिसने पीरियड्स को लेकर लोगों की गलत धारणाएं हैं. इस दावत की मेजबानी सच्ची सहेली एनजीओ की टीम ने की. मयूर विहार के सेंट्रल पार्क में रविवार को यह भोजन पीरियड्स वाली 28 महिलाओं ने तैयार किया और परोसा.
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पीरियड्स को लेकर हाल ही में एक धार्मिक नेता ने बयान दिया था कि माहवारी के दौरान खाना पकाने वाली महिलाओं का पुनर्जन्म कुतरी के रूप में होगा. वहीं गुजरात में श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टिट्यूट के हॉस्टल में पीरियड्स चेक करने के लिए 60 से ज्यादा लड़कियों के अंदरूनी कपड़ों की जांच की गई थी. सच्ची सहेली की फाउंडर डॉ सुरभि सिंह ने बताया, इसी का विरोध करने के लिए खास महाभोज को रखा गया. महाभोज में बड़ी संख्या में पुरुष भी शामिल थे. इतनी बड़ी तादाद में पुरुषों और महिलाओं का इकट्ठा होना इस बात का सबूत है कि मासिक धर्म शर्म की नहीं, गर्व की बात है.
'महावारी महाभोज' में मनीष सिसोदिया भी हुए शामिल
इस महाभोज में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी शिरकत की. उन्होंने कहा, विज्ञान के इस युग में यह सभी को मालूम है की पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिस तरह से सच्ची सहेली इससे जुडी भ्रांतियों को तोड़ रही है वो काबिल ए तारीफ है. अस्मिता थिएटर ग्रुप के डायरेक्टर अरविंद गौड़, कवि-लेखिका कमला भसीन, मेट्रापॉलिटन जज विधि गुप्ता समेत 300 से ज्यादा लोग भी इस प्रोग्राम का हिस्सा बने. अरविंद गौड़ और अस्मिता की टीम ने नुक्कड़ नाटक के जरिए यह संदेश दिया कि पीरियड्स पर अब छिपकर नहीं बल्कि खुलकर बात होनी चाहिए. इस दौरान कई लोगों ने एक प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर कर पीरियड्स के दौरान महिला को अपवित्र मानने वाले मिथक को भी खारिज किया.
पीरियड्स से जुड़े हैं ये मिथ्स
- लोगों का मानना है कि पीरियड्स में महिलाएं अपवित्र हो जाती हैं.
- पीरियड्स के दौरान खाना नहीं बनाना चाहिए.
- पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करना खतरनाक होता है.
- अगर आपको एक्सरसाइज करने की आदत है तो आप बिना चिंता करें अपने पीरियड्स में भी एक्सरसाइज कर सकती हैं.
- पीरियड एक हफ्ते में खत्म हो जाना चाहिए.
- पीरियड्स से पहले कोई सिंड्रोम नहीं होता.
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