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डायबिटीज रोगियों को हार्ट और किडनी की बीमारी से कैसे बचाएं? ये दो दवाएं हो सकती हैं मददगार, अध्ययन में सामने आई ये बात

द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित नए निष्कर्ष, SGLT2is के 12 बड़े पैमाने पर प्लेसबो-कंट्रोल ट्रायल के मेटा-एनालिसिस पर बेस्ड हैं, जिसमें डायबिटीज के 73,238 रोगी शामिल थे, जिनमें से 3,065 पहले से ही GLP1-RAs ले रहे थे.

डायबिटीज रोगियों को हार्ट और किडनी की बीमारी से कैसे बचाएं? ये दो दवाएं हो सकती हैं मददगार, अध्ययन में सामने आई ये बात
न्यूएन ने कहा कि दोनों प्रकार की दवाएं एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से काम करती हैं.

एक अध्ययन के अनुसार सोडियम-ग्लूकोज को-ट्रांसपोर्टर 2 अवरोधकों (एसजीएलटी2आईएस) और ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (जीएलपी1-आरए) के कॉम्बिनेशन का उपयोग डायबिटीज के रोगियों में हार्ट और किडनी की बीमारी के खिलाफ एक्स्ट्रा सुरक्षा प्रदान करने की संभावना है. एसजीएलटी2आईएस, जिसे ग्लिफ्लोजिन भी कहा जाता है, दवाओं का एक वर्ग है जो यूरिन में इसके उत्सर्जन को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम करता है, जबकि जीएलपी-1आरए, जैसे कि ओजेम्पिक, इंसुलिन रिलीज और सेंसिटविटी को बढ़ाकर काम करते हैं. डायबिटीज के रोगियों में बिगड़ा हुआ ग्लूकोज कंट्रोल हार्ट और किडनी में ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है.

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डायबिटीज के 73,238 रोगियों के डेटा का किया गया एनालिसिस:

जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के क्लिनिकल एसोसिएट प्रोफेसर, प्रमुख लेखक ब्रेंडन न्यूएन के अनुसार, "जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट के उपयोग के लिए तेजी से बढ़ते संकेत, एसजीएलटी2 अवरोधकों के साथ उनके प्रभावों को देखना जरूरी बनाते हैं".

द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित नए निष्कर्ष, SGLT2is के 12 बड़े पैमाने पर प्लेसबो-कंट्रोल ट्रायल के मेटा-एनालिसिस पर बेस्ड हैं, जिसमें डायबिटीज के 73,238 रोगी शामिल थे, जिनमें से 3,065 पहले से ही GLP1-RAs प्राप्त कर रहे थे.

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हार्ट अटैक, स्ट्रोक या हार्ट रिलेटेज मौत के जोखिम को किया कम:

परिणामों से पता चला कि SGLT2is ने GLP1-RAs से स्वतंत्र रूप से हार्ट अटैक, स्ट्रोक या हार्ट रिलेटेज मौत के जोखिम को 11 प्रतिशत तक कम कर दिया. इसने प्लेसबो की तुलना में हार्ट फेलियर या हृदय संबंधी मृत्यु के लिए अस्पताल में भर्ती होने को भी 23 प्रतिशत तक कम कर दिया. इसके अलावा, GLP1-RAs के साथ मिलाए जाने पर SGLT2is दवा ने क्रोनिक किडनी रोग के जोखिम को 33 प्रतिशत तक कम कर दिया और GLP-1RAs के साथ मिलाए जाने पर किडनी फंक्शन्स में होने वाली हानि को लगभग 60 प्रतिशत तक धीमा कर दिया.

जरूरी बात यह है कि जब SGLT2is और GLP-1RAs का कॉम्बिनेशन में उपयोग किया गया, तो कोई नई सुरक्षा चिंताएं सामने नहीं आईं, टीम ने कहा.

न्यूएन ने कहा कि दोनों प्रकार की दवाएं एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से काम करती हैं - एसजीएलटी2 अवरोधक हार्ट अटैक और क्रोनिक किडनी रोग के विरुद्ध काम करते हैं; जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी रोग के विरुद्ध काम करते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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