Blood Sugar कंट्रोल करने के लिए इस लकड़ी की छाल है कमाल, चूस लेती है Diabetes रोगियों के शरीर से पूरी शुगर

Cinnamon For Diabetes: दालचीनी पाउडर को इसके पेड़ की छाल से बनाया जाता है. ये तो आप जानते ही होंगे कि इस मसाले का उपयोग डायबिटीज रोगियों के लिए चमत्कार कर सकता है. प्राचीन काल से उपयोग किया जाने वाला सबसे लोकप्रिय औषधीय मसाला है. भारतीय घरों में दालचीनी एक आम मसाला है.

Blood Sugar कंट्रोल करने के लिए इस लकड़ी की छाल है कमाल, चूस लेती है Diabetes रोगियों के शरीर से पूरी शुगर

Cinnamon For Diabetes: दालचीनी एक आम मसाला है जो डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है.

खास बातें

  • डायबिटीज के लिए दालचीनी काफी फायदेमंद मानी जाती है.
  • दालचीनी का खासतौर से खाने में या इसके पानी का सेवन किया जाता है.
  • भारतीय घरों में दालचीनी एक आम मसाला है.

Cinnamon For Blood Sugar: दालचीनी को इसके पेड़ों की कई प्रजातियों की छाल से निकाला जाता है और इसका उपयोग मसाले के रूप में किया जाता रहा है. दालचीनी के औषधीय लाभ किसी से छुपे नहीं हैं. इसे सबसे शक्तिशाली पाउडर मसालों में से एक माना है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज कर सकता है. डायबिटीज के लिए दालचीनी (Cinnamon For Diabetes) काफी फायदेमंद मानी जाती है. डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का खासतौर से खाने में या इसके पानी का सेवन किया जाता है. भारतीय घरों में दालचीनी एक आम मसाला है. दालचीनी (Cinnamon) प्राचीन काल से उपयोग किया जाने वाला सबसे लोकप्रिय औषधीय मसाला है. अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कारगर तरीके से कंट्रोल करने के लिए उपाय तलाश रहे हैं तो यहां जानें डायबिटीज रोगियों के लिए दालचीनी के फायदे.

टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज करने के लिए दालचीनी | Cinnamon To Manage Type 2 Diabetes

इंसुलिन आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और आपके मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने के लिए एक जरूरी हार्मोन है. दालचीनी के डेली सेवन से इंसुलिन सेंसिटिवीटी में सुधार होता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. यह पाचन तंत्र में कार्बोहाइड्रेट के टूटने को धीमा कर देता है, जिसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन में ग्लूकोज की मात्रा कम हो जाती है.

दाललचीनी के अन्य स्वास्थ्य लाभ | Other Health Benefits Of Cinnamon

1) एक एंटी-बैक्टीरिया, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल मसाला

दालचीनी का मुख्य सक्रिय घटक सिनामाल्डिहाइड कई प्रकार के संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है. सिनामाल्डिहाइड छाल में मौजूद एक इसेंशियल ऑयल है जो एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुणों को दिखाता करता है. यह साल्मोनेला जैसे कुछ बैक्टीरिया को रोकता है और कवक के कारण होने वाले श्वसन संक्रमण को भी नियंत्रित कर सकता है.

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2) एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए सिद्ध हो चुके हैं और टाइप 2 डायबिटीज जैसी लगभग हर पुरानी बीमारी में योगदान करते हैं. दालचीनी एंटीऑक्सिडेंट जैसे कोलीन, बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन आदि से भरपूर होती है.

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Diabetes Diet: इस मसाले से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. Photo Credit: iStock

3) सूजन कम करता है

दालचीनी संक्रमण से लड़ती है और क्षतिग्रस्त टिश्यू की मरम्मत करती है. इसमें मौजूद सिनामाल्डिहाइड सूजन को कम करने में मदद करता है और ब्लड प्लेटलेट्स को आपस में जुड़ने से रोकता है. यह गठिया जैसे तीव्र और पुराने दर्द की स्थिति में उपयोगी है, दालचीनी ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाती है.

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4) कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करें

दालचीनी में सिनामेट नामक एक यौगिक होता है जो कोलेस्ट्रॉल बनाने वाली एंजाइम गतिविधि को कम कर सकता है, जिससे रक्त में फैटी एसिड की संख्या कम हो जाती है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.