बारिश के मौसम में मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है. डेंगू और मलेरिया के साथ ही चिकनगुनिया के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में इस मौसम में मच्छरों से सावधान रहना बहुत जरूरी है. चिकनगुनिया में न ही सिर्फ तेज बुखार आता है बल्कि कई बार मरीज की हालत बेहद गंभीर हो जाती हैं और उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती हैं. कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं जिन्हें अपनाकर चिकनगुनिया से बचा जा सकता है. चिकनगुनिया के लक्षण डेंगू और मलेरिया से थोड़े अलग होते हैं, आइए पहले उन पर नजर डालते हैं.
चिकनगुनिया के लक्षण- Symptoms Of Chikungunya:
1. तेज बुखार- मच्छर काटने के बाद सात दिनों के अंदर व्यक्ति को बुखार आ सकता है.
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2. जोड़ों में दर्द- चिकनगुनिया से प्रभावित व्यक्ति को शरीर के हर जोड़ में दर्द हो सकता है.
3. थकान महसूस करना- चिकनगुनिया से पीड़ित व्यक्ति को बहुत अधिक कमजोरी और थकान महसूस होती है. चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है.
4. स्किन रैशेज- दर्द के साथ बुखार और इसके बाद स्किन रैशेज की समस्या होती है. आमतौर पर पैरों में रेशैज नजर आते हैं और इनमें खुजली भी हो सकती है, धीरे-धीरे ये बढ़ते भी हैं और शरीर के दूसरे हिस्सों में भी रैशेज हो जाते हैं.
5. उल्टी आना: चिकनगुनिया से पीड़ित शख्स को पेट से जुड़ी समस्या भी होती है, जिसकी वजह से उल्टी या मितली आने की समस्या भी होती है. पाचन संबंधी दिक्कतें भी आ सकती है.
6. सूजन- दर्द के साथ ही जोड़ों में सूजन आने की समस्या भी हो सकती है.
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चिकनगुनिया के उपचार के लिए घरेलू उपाय- Home Remedies For Chikungunya:
1. हल्दी और अदरक
हल्दी एक ऐसा मसाला है जिसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं. चिकनगुनिया में हल्दी का सेवन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. हल्दी दर्द को कम कर, जोड़ों की सूजन से राहत देती है. चिकनगुनिया के मरीज हल्दी के साथ अदरक को मिलाकर इसका सेवन करते हैं तो रिकवरी स्पीड काफी बढ़ती है.
2. नारियल पानी
चिकनगुनिया होने पर मरीज को नारियल पानी का सेवन करना चाहिए. चिकनगुनिया का वायरस पूरे शरीर को प्रभावित करने के साथ ही लिवर पर बहुत बुरा असर डालता है. ऐसे में नारियल पानी का सेवन लिवर को नुकसान होने से बचाता है और रिकवरी रेट को बढ़ा सकता है.
3. तुलसी
इम्युनिटी को बढ़ाने और रिकवरी को तेज करने के लिए मरीज को तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए. मरीज तुलसी के पत्ते ऐसे ही चबाकर खा सकता है या फिर तुलसी का काढ़ा बनाकर भी पी सकता है. इससे बुखार उतारने में भी मदद मिल सकती है.
4. एप्सम सॉल्ट (Epsom salt)
इस बाथ सॉल्ट के नाम से भी जाना जाता है. बाथ सॉल्ट यानी मैग्नीशियम सल्फेट (Magnesium sulfate) को गर्म पानी में मिलाकर इस पानी में पैर डालकर बैठने से या बॉडी सोक करने से बहुत आराम मिलता है. ये सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने में कारगर है. इस पानी में पैर डालकर बैठने से रक्त का प्रवाह यानी Blood Circulation भी बढ़ सकता है.
5. शहद और सूरजमुखी के बीज
सूरजमुखी के बीजों के पाउडर के साथ शहद मिलाकर इसका सेवन करने से चिकनगुनिया के मरीजों को राहत मिल सकती है. सूरजमुखी के बीजों में जिंक और विटामिन-ई होता है और शहद से एंटीऑक्सीडेंट के साथ दूसरे पोषक तत्वों भी मिलते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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