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This Article is From Nov 10, 2023

अमेरिका ने चिकनगुनिया वायरस के खिलाफ पहली वैक्सीन को दी मंजूरी

Chikungunya vaccine: अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर द्वारा Ixchiq को हरी झंडी देने से उन देशों में वैक्सीन के रोलआउट में तेजी आने की उम्मीद है जहां वायरस सबसे अधिक फैला है.

अमेरिका ने चिकनगुनिया वायरस के खिलाफ पहली वैक्सीन को दी मंजूरी
Chikungunya vaccine: पिछले 15 वर्षों में चिकनगुनिया के 5 मिलियन से अधिक मामले सामने आए हैं. (प्रतीकात्मक फोटो)
वाशिंगटन:

अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को चिकनगुनिया वायरस (Chikungunya virus) के लिए दुनिया के पहले टीके को मंजूरी दे दी. यह वायरस संक्रमित मच्छरों से फैलता है, जिसे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने "एक उभरता हुआ वैश्विक स्वास्थ्य खतरा" कहा है. AFP की रिपोर्ट के अनुसार, यह टीका यूरोप के वलनेवा द्वारा विकसित किया गया है, जिसे Ixchiq नाम के तहत बेचा जाएगा.

Ixchiq वैक्सीन 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लिए अप्रूव
FDA ने कहा, Ixchiq को 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के उन लोगों के लिए अप्रूव किया गया था, जिनके संपर्क में आने का खतरा बढ़ गया है. अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर द्वारा Ixchiq को हरी झंडी देने से उन देशों में वैक्सीन के रोलआउट में तेजी आने की उम्मीद है जहां वायरस सबसे अधिक फैला है.

चिकनगुनिया के वैश्विक प्रसार में  हुई वृद्धि
चिकनगुनिया की बीमारी (सीएचआईकेडी) मच्छरों द्वारा प्रसारित चिकनगुनिया वायरस से होती है जिसमें बुखार और जोड़ों का दर्द होता है. इस दौरान मरीजों को सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में सूजन या दाने की समस्या भी हो सकती है. यह फ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका के कुछ हिस्सों के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सबसे अधिक फैला गया है, जिससे बीमारी के वैश्विक प्रसार में वृद्धि हुई है.

पिछले 15 वर्षों में चिकनगुनिया के 5 मिलियन से अधिक मामले
एफडीए ने कहा, पिछले 15 वर्षों में चिकनगुनिया के 5 मिलियन से अधिक मामले सामने आए हैं. एफडीए के वरिष्ठ अधिकारी पीटर मार्क्स ने कहा, चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से खासकर वृद्ध वयस्कों और उपचारधीन मरीजों के लिए गंभीर बीमारी के साथ-साथ लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.

चिकनगुनिया वैक्सीन के ट्रायल में सामने आए ये साइड इफेक्ट्स
बता दें कि चिकनगुनिया वैक्सीन (Chikungunya vaccine) को लेकर उत्तरी अमेरिका में 3,500 लोगों पर दो क्लीनिकल ट्रायल किए गए. इस दौरान आमतौर पर सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बुखार और जी मिचलने जैसे साइड इफेक्ट्स सामने आए थे.

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