1) अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में फायदेमंद
तुलसी की चाय पीने से आपको सांस की बीमारियों को रोकने में मदद मिलेगी जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस से लेकर सर्दी और खांसी तक को ये ठीक कर सकती है. तुलसी के पत्ते इम्यूनिटी बढ़ाने और कफ को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
क्लीन, हाइड्रेट, टोन और चमकदार चेहरा पाने के लिए स्टेप बाई स्टेप डेली करेंगे ये 5 काम, मुड़मुड़ कर देखेंगे लोग
2) स्ट्रेस को कम करने में मददगार
तुलसी की चाय शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के लेवल को बनाए रखने में मदद करती है जिसे स्ट्रेस हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है. तुलसी की चाय कोर्टिसोल के लेवल को कम करती है, जिससे आपकी ओवरऑल स्ट्रेस और चिंता भी कम हो जाती है.
3) ब्लड शुगर लेवल को करती है कंट्रोल
तुलसी की चाय की चुस्की लेने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है. तुलसी की चाय पीने का एक और अच्छा कारण ये है कि ये कार्ब्स और फैट के मैटाबॉलिज्म को सुविधाजनक बनाने में भी मदद करता है, जिससे ये इंश्योर होता है कि ब्लड में मौजूद शुगर एनर्जी के लिए इस्तेमाल की जाती है.
हंसने, खांसने या छींकने पर कपड़ों में निकल जाता है पेशाब? जानें महिलाओं की इस समस्या का कारण और इलाज
4) डेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद
तुलसी के पत्तों में एंटी-माइक्रोबियल गुण भी होते हैं और रोजाना तुलसी की चाय पीने से आपको मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणुओं से लड़ने में मदद मिलेगी. तुलसी की चाय माउथ फ्रेशनर के रूप में भी काम कर सकती है और सांसों की दुर्गंध को रोकने में आपकी मदद कर सकती है.
तुलसी की चाय पीने के नुकसान | Disadvantages Of Drinking Tulsi Tea
1) गर्भवती महिलाएं बचें
तुलसी एक सुगंधित जड़ी बूटी है जो पुदीने के पौधों के लैमियासी फैमिली से आती है जो गर्भवती माताओं और उनके भ्रूण को प्रभावित कर सकती है. इससे गर्भपात भी हो सकता है. प्रेगनेंसी में तुलसी की चाय पीने से गर्भाशय में संकुचन हो सकता है जो खतरनाक हो सकता है.
2) खून को पतला करने वाले गुण
तुलसी में ऐसे गुण होते हैं जो हमारे शरीर में खून को पतला कर सकते हैं. हालांकि ये उन लोगों के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपचार साबित हुआ है जो एलोपैथी दवाएं नहीं लेना चाहते हैं लेकिन जो लोग पहले से ही एंटी-क्लॉटिंग दवाएं ले रहे हैं, उन्हें इस जड़ी बूटी से बचना चाहिए.
ज्यादा नींद आना भी हो सकता है बढ़े शुगर लेवल का लक्षण, जानें लाइफस्टाइल से जुड़े डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों के बारे में
3) लीवर खराब कर सकती है तुलसी
तुलसी में बहुत सारे यूजेनॉल्स मौजूद होते हैं. यूजेनॉल पेरू की लौंग और बलसम में भी पाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूजेनॉल के अधिक सेवन से लीवर खराब होना, जी मिचलाना, डायरिया, तेजी से दिल की धड़कन और ऐंठन हो सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.