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सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं तुलसी, इन 5 रोगों के लिए है काल, जानिए सेवन का तरीका

Tulsi Benefits For Health: घर के आंगन में लगी तुलसी केवल एक पौधा नहीं है बल्कि, यह परंपरा, आस्था और सेहत का संगम है. इसे 'जड़ी-बूटियों की रानी' भी कहा जाता है. तुलसी में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए एक वरदान बनाते जाते हैं.

सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं तुलसी, इन 5 रोगों के लिए है काल, जानिए सेवन का तरीका
Tulsi Benefits: तुलसी की पत्तियां खाने के फायदे.

Tulsi Benefits: भारतीय परंपरा में तुलसी का पौधा सिर्फ़ एक जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि घर-आंगन की पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. यही वजह है कि इसे ‘जड़ी-बूटियों की रानी' कहा गया है. तुलसी में पाए जाने वाले औषधीय गुण न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं. वैज्ञानिक रूप से इसका नाम Ocimum tenuiflorum है. बता दें कि भारत में इसकी मुख्य चार प्रजातियाँ पाई जाती हैं – राम तुलसी, श्याम तुलसी, कपूर तुलसी और वन तुलसी. इन सबकी अपनी अलग सुगंध और औषधीय विशेषताएँ हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया में मिलने वाली थाई तुलसी (या देवना तुलसी) भी स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है.

बता दें कि धार्मिक होने के साथ ही तुलसी का सेवन भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. अगर आप रोजाना बासी मुंह तुलसी की पत्तियां चबाकर खाते हैं या फिर इसका काढ़ा और इसकी चाय बनाकर पीते हैं तो आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं.

तुलसी का सेवन करने के फायदे (Tulsi Health Benefits)

श्वांस रोग में फायदेमंद है तुलसी

आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथ चरक संहिता में तुलसी को शक्तिशाली औषधि के रूप में बताया गया है. यह खांसी, हिचकी, सांस की तकलीफ़, अस्थमा और पसलियों के दर्द जैसी समस्याओं में बेहद उपयोगी है. तुलसी का काढ़ा या पत्तियों का रस श्वसन तंत्र को साफ़ करने में मदद करता है.

इम्यूनिटी बढ़ाती है

तुलसी में मौजूद विटामिन C और जिंक शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. नियमित रूप से तुलसी का सेवन करने से शरीर संक्रमणों से लड़ने में सक्षम बनता है और मौसमी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.

तनाव और मानसिक थकान में राहत

तुलसी एक प्राकृतिक एडाप्टोजेन (Adaptogen) है, जो शरीर को तनाव से निपटने में सहायता करता है. यह मानसिक शांति, एकाग्रता और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मददगार साबित होती है.

सिरदर्द से राहत

सुश्रुत संहिता के अनुसार, तुलसी में पाया जाने वाला यूजेनॉल (Eugenol) नामक यौगिक दर्द निवारक की तरह काम करता है. तुलसी का रस या इसकी चाय सिरदर्द, बदन दर्द और थकान में राहत पहुंचाती है.

सर्दी-खांसी में फायदेमंद

तुलसी की पत्तियाँ सर्दी, खांसी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी समस्याओं में बेहद उपयोगी हैं. तुलसी का काढ़ा या चाय गले की खराश और कफ को कम करता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है.

तुलसी का सेवन करने के आसान तरीके

    •    सुबह खाली पेट 2-3 तुलसी की पत्तियाँ चबाना लाभदायक है.
    •    तुलसी की चाय या काढ़ा पीना इम्यूनिटी बढ़ाने और संक्रमण से बचाने में मदद करता है.
    •    इसे शहद, अदरक या नींबू के साथ मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है.

तुलसी टी रेसिपी-

  •  2 कप पानी
  •  8 तुलसी
  •  2 चम्मच शहद
  •  1 इंच दालचीनी
  •   जायफल पाउडर
  •  4 स्लाइस नींबू के टुकड़े

सर्दियों में तुलसी की चाय कैसे बनाएं- How To Make Winter Special Tulsi Chai:

सर्दियों में तुलसी की चाय बनाने के लिए सबसे पहले 2-3 कप पानी लें और इसे दालचीनी की छड़ी के साथ अच्छी तरह उबाल लें.

एक बार हो जाने पर, मसाला जायफल और 2 नींबू के स्लाइस के साथ तुलसी (तुलसी) के पत्ते डालें. चाय को ढककर 3 मिनट के लिए पकने दें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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