
Intermittent Fasting Karne ka Sahi Tarika: आज के समय में लोग खुद को फिट रखने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करते हैं. जिसके लिए लोग अलग-अलग तरीके के डाइटिंग और फास्टिंग तरीके अपनाते हैं. जिसमें से एक तरीका जो लोगों के बीच काफी ज्यादा फेमस हुआ है वो है इंटरमिटेंट फास्टिंग. ये आपके लिए काम कर सकता है लेकिन सिर्फ तब जब आप इसे सही तरीके से करते हैं. अगर आप इसको गलत तरीके से करते हैं तो ये आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. बता दें कि न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने इंटरमिटेंट फास्टिंग करने का सही तरीका बताया है. आइए जानते हैं किस तरह से इसे कर के फायदा उठाया जा सकता है.
सुबह खाली पेट ब्लैक कॉफी न पिएं
खाली पेट कॉफी पीने से आपका कॉर्टिसोल लेवल बढ़ सकता है और पेट में जलन हो सकती है. इसके बजाय आप नींबू पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक या पिंक सॉल्ट डालकर पिएं, इससे हाइड्रेशन और बैलेंस बना रहेगा.
अपनी लाइफस्टाइल के अनुसार फास्टिंग का तरीका चुनें
आसान से शुरू करें:
• 16:8 (16 घंटे फास्ट करें, 8 घंटे में खाना खाएं)
• 5:2 (5 दिन सामान्य खाएं, 2 दिन कम खाएं)
• एक दिन छोड़कर फास्टिंग करें (Alternate-day fasting)
अपने बॉडी क्लॉक के हिसाब से खाना खाएं
दिन में जल्दी खाना खाना पाचन, ब्लड शुगर और नींद के लिए अच्छा होता है. सोने से कम से कम 2–3 घंटे पहले खाना खत्म कर लें.
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खाने के समय पौष्टिक चीजें खाएं
अच्छे पोषण के लिए ये खाएं:
• प्रोटीन (अंडे, मछली, दालें)
• अच्छे फैट्स (घी, मेवे, एवोकाडो)
• फाइबर (सब्जियां, फल, साबुत अनाज)
फास्ट तोड़ते समय धीरे-धीरे खाएं
फास्ट के बाद धीरे-धीरे स्मूदी, फर्मेंटेड फूड्स, ओट्स या हल्का दाल-चावल-सब्जी खाएं.
हाइड्रेटेड रहें
फास्टिंग के दौरान पानी बहुत जरूरी है. दिन भर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें ताकि थकावट या सुस्ती न हो.
धीरे-धीरे शुरू करें और अपने शरीर की सुनें
शुरुआत 12 घंटे के फास्ट से करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं. भूख लगे, दिमाग में धुंधलापन या कमजोरी हो तो अपनी रूटीन में बदलाव करें — फास्टिंग सबके लिए एक जैसी नहीं होती.
अच्छी नींद और हल्की एक्सरसाइज करें
7-8 घंटे की नींद और हल्की-फुल्की एक्टिविटी जैसे चलना या योग फास्टिंग को ज्यादा असरदार बनाते हैं.
अगर आप इसे सही तरीके से अपनाएंगे तो फास्टिंग आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी!
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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