
How to Check Fake Dry Fruits: दिवाली का सीजन शुरू होते ही मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की बिक्री तेजी से बढ़ जाती है. लोग अक्सर यह सोचकर ड्राई फ्रूट्स खरीदते हैं कि वे मिठाई से ज्यादा हेल्दी और सुरक्षित हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजार में मिलने वाले काजू, बादाम और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स में भी मिलावट और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है? NDTV से बातचीत में STAR Imaging and Path Lab के डायरेक्टर डॉ. समीर भाटी ने बताया कि कई बार ड्राई फ्रूट्स को फ्रेश और चमकदार दिखाने के लिए इनमें एसिड या कलर कोटिंग की जाती है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है.
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क्यों और कैसे की जाती है ड्राई फ्रूट्स में मिलावट?
डॉ. भाटी के मुताबिक बाजार में ड्राई फ्रूट्स की बढ़ती मांग को देखते हुए कुछ दुकानदार पुराने या खराब ड्राई फ्रूट्स को फिर से फ्रेश दिखाने के लिए उन्हें एसिड से वॉश करते हैं या केमिकल कोटिंग करते हैं. पुराने काजू को चमकदार और सफेद दिखाने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) से धोया जाता है. किशमिश में आर्टिफिशियल कलर मिलाकर उसे ज्यादा सुनहरा या ताजा दिखाया जाता है. डॉ. भाटी ने बताया कि मार्केट से कभी भी टूटे हुए ड्राई फ्रूट्स ना खरीदें, क्योंकि इनमें अक्सर मिलावट होती है या इन्हें दोबारा पैक किया जाता है.
कैसे करें घर पर ड्राई फ्रूट्स की जांच (How To Identify Fake or Adulterated Dry Fruits)
त्योहारों के समय कुछ आसान घरेलू तरीके अपनाकर आप खुद ड्राई फ्रूट्स में मिलावट की पहचान कर सकते हैं.
टूटे हुए ड्राई फ्रूट्स से बचें: टूटे या सस्ते ड्राई फ्रूट्स लेने से बचें. अक्सर इन्हें केमिकल्स से वॉश किया जाता है और इन पर मिलावट की संभावना सबसे ज्यादा होती है.
लिटमस टेस्ट से पहचानें: घर पर एक नॉर्मल लिटमस पेपर टेस्ट से काजू या बादाम की जांच की जा सकती है. एक काजू पर कुछ बूंदें पानी की डालें. अब उसमें लिटमस पेपर लगाएं. अगर पेपर का रंग लाल या नारंगी हो जाए, तो इसका मतलब है कि उसमें एसिड का इस्तेमाल हुआ है. अगर रंग न बदले, तो ड्राई फ्रूट शुद्ध है.
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खुशबू और टेक्सचर से पहचानें: अगर ड्राई फ्रूट से तेज या अजीब गंध आ रही है, तो यह पुराना या केमिकल युक्त हो सकता है. असली ड्राई फ्रूट्स की स्मेल हल्की और नेचुरल होती है, जबकि नकली या वॉश किए हुए में एसिडिक या केमिकल की गंध आती है.
किशमिश पर कलर देखें: अगर किशमिश बहुत ज्यादा चमकदार या एकदम एक जैसे रंग की दिखे, तो उसमें कलर कोटिंग हो सकती है. असली किशमिश का रंग हल्का भूरा या पीला असमान होता है.
मिलावटी ड्राई फ्रूट्स से होने वाले नुकसान (Side Effects Of Eating Fake Dry Fruits)
एसिड या केमिकल से वॉश किए गए ड्राई फ्रूट्स पेट में जलन, एसिडिटी और गैस की समस्या बढ़ा सकते हैं. आर्टिफिशियल कलर और प्रिजर्वेटिव्स स्किन पर एलर्जी या खुजली का कारण बन सकते हैं. लगातार ऐसे ड्राई फ्रूट्स खाने से शरीर में टॉक्सिन्स जमा हो सकते हैं. जिससे आपका लिवर और किडनी खराब हो सकती हैं.
दिवाली पर ड्राई फ्रूट्स खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
दिवाली पर मिलने वाले ड्राई फ्रूट गिफ्ट पैक कई बार पुराने या दोबारा पैक किए हुए होते हैं. ऐसे में हमेशा अच्छे ब्रांड या नामी दुकानों से पैक्ड ड्राई फ्रूट्स खरीदें. डॉ. भाटी सलाह देते हैं कि अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो ड्राई फ्रूट्स खरीदते समय थोड़ा सतर्क रहें. सस्ते ऑफर्स या चमकदार दिखने वाले काजू की बजाय असली, हल्के रंग के और नेचुरल खुशबू वाले ड्राई फ्रूट्स ही खरीदें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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