Makke ki roti benefits: मक्के का आटा, मकई से बनाया जाता है, जो उत्तरी भारत में सर्दियों में चाव से खाया जाता है. यह उन सभी जरूरी विटामिनों से भरपूर है जिनकी आपके शरीर को नियमित आधार पर जरूरत होती है. मक्के के आटे में विटामिन ए, सी, के और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन भी होते हैं. मक्के का आटा आयरन, फास्फोरस, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है. आइए जानते हैं कि मक्के के आटे की रोटी खाने से सेहत को क्या लाभ होते हैं.
मक्के की रोटी के फायदे (Benefits of Makke ki roti)
शुगर कंट्रोल : मक्के का आटा एक रेशेदार आटा है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. हाई फाइबर डाइट यह सुनिश्चित करता है कि शुगर ब्लड फ्लो में धीरे-धीरे जारी होती है, जो इंसुलिन स्पाइक को रोकती है. मक्के के आटे की हाई फाइबर पाचन में सहायता कर सकती है और आपके पेट को स्वस्थ रखती है.
ग्लूटेन फ्री : मक्का एक ग्लूटेन-मुक्त आटा है और लैक्टोज इंटॉलरेंस से पीड़ित सभी लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है. आमतौर पर, जो लोग लैक्टोज असहिष्णु होते हैं उन्हें अपने आहार से गेहूं की रोटी और अन्य ग्लूटेन फ्री खाने को खत्म करना पड़ता है. अगर आप गेहूं की चपाती का ऑप्शन ढूंढ रहे हैं, तो आपको अपने विंटर डाइट में मक्की की रोटी को शामिल करना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद : मक्के का आटा फोलिक एसिड का एक बेहतरीन सोर्स है, जो गर्भवती महिलाओं और नई माताओं के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है. साथ ही, मक्के के आटे में अन्य पोषक तत्वों की मौजूदगी यह सुनिश्चित करती है कि मां और बच्चा दोनों में पोषक तत्वों की कमी न हो.
आपको गर्म रखे : मक्के की तासीर गर्म होती है इसलिए सर्दियों के दौरान मक्के की रोटी आपको गर्म रखती है. इसे साग के साथ सर्व करें. ऊपर से थोड़ा सा मक्खन या घी डालें और सर्दियों के मौसम में इसका मजा लें.
थायराइड फ़ंक्शन में सुधार: चूंकि मक्के का आटा विटामिन के साथ-साथ बीटा-कैरोटीन और सेलेनियम का एक अच्छा स्रोत है, यह थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है. आमतौर पर थायराइड के मरीजों को अपने आहार से ग्लूटेन कम करने के लिए कहा जाता है, इसलिए यह आटा सर्दियों में आपके लिए सही ऑप्शन है.
मक्के की रोटी कैसे बनाएं (How to make makke ki roti)
सामग्री
2 कप मक्के का आटा
½ मूली
नमक स्वादानुसार.
तरीका
- एक बाउल में मूली को छीलकर कद्दूकस कर लें. इस पर थोड़ा नमक छिड़कें और 5 मिनट के लिए अलग रख दें.
- 5 मिनट बाद कद्दूकस की हुई मूली से एक्स्ट्रा पानी निचोड़ कर एक बाउल में इकट्ठा कर लें.
- बाउल में मक्के का आटा और स्वादानुसार नमक डालें.
- अब थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालें और हाथ से गूंथकर गाढ़ा आटा गूंथ लें.
- आटे से एक छोटी सी लोई तोड़िये, उस पर थोड़ा सा आटा लगाइए और छोटी रोटी बेल लीजिये. बड़ी चपाती न बनाएं क्योंकि वे टूट सकती हैं या चटक सकती हैं.
- रोटी पर थोड़ा पानी छिड़कें और गर्म तवे पर रखें.
- सुनहरे भूरे रंग के धब्बे दिखाई देने तक दोनों तरफ से पकाएं.
- मक्की की रोटी को सरसों का साग और थोड़े मक्खन या घी के साथ परोसें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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