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This Article is From Apr 06, 2022

गोल्डमैन सैक्स शुरू करेगा ओवर-द-काउंटर इथर ऑप्शंस ट्रेडिंग सर्विस

Goldman Sachs का कहना है कि Ethereum के प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) मॉडल पर शिफ्ट करने की उम्मीद के कारण क्लाइंट्स की इस टोकन में दिलचस्पी बढ़ रही है

गोल्डमैन सैक्स शुरू करेगा ओवर-द-काउंटर इथर ऑप्शंस ट्रेडिंग सर्विस
हाल के महीनों में कुछ फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अपना रुख बदला है

Goldman Sachs इनवेस्टमेंट बैंक Ethereum के लिए ओवर-द-काउंटर (OTC) ऑप्शंस ट्रेडिंग सर्विस पेश करने की प्लानिंग कर रहा है. हाल ही में Goldman Sachs ने बिटकॉइन (Bitcoin) के लिए भी एक ऑप्शन ट्रेड किया था. बैंक का कहना है कि इथेरियम (Ethereum) के प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) मॉडल पर शिफ्ट करने की उम्मीद के कारण क्लाइंट्स की इस टोकन में दिलचस्पी बढ़ रही है. 

हाल ही में Goldman Sachs ने बिटकॉइन के लिए एक ऑप्शन ट्रेड किया था. यह ट्रांजैक्शन डिजिटल फंड मैनेजर Galaxy Digital के जरिए की गई थी, जो Goldman Sachs के क्रिप्टो प्रोडक्ट्स के लिए लिक्विडिटी उपलब्ध कराने में सबसे आगे है. Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, Goldman Sachs में क्रिप्टो ट्रेडिंग के ग्लोबल हेड Andrei Kazantsev ने एक क्लाइंट वेबिनार के दौरान Ethereum के लिए OTC ऑप्शंस ट्रेडिंग शुरू करने की योजना की जानकारी दी. दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के PoS मॉडल की ओर बढ़ने से क्लाइंट्स की इसमें दिलचस्पी बढ़ी है. PoS से यह टोकन इनवेस्टर्स के नजरिए से बेहतर हो जाएगा. 

OTC ट्रांजैक्शंस आमतौर पर बड़ी होती हैं और इनमें इंस्टीट्यूशनल ट्रेडर्स की अधिक हिस्सेदारी रहती है. Goldman Sachs के OTC क्रिप्टो ऑप्शंस में उतरने से बड़ी ट्रेडिंग फर्मों का इसमें कारोबार बढ़ाने का संकेत भी मिल रहा है. इस इनवेस्टमेंट बैंक के क्लाइंट्स में इन फर्मों की बड़ी संख्या है. Goldman Sachs स्पॉट क्रिप्टो ट्रेडिंग की पेशकश नहीं करता लेकिन यह क्रिप्टो ETFऔर ऑप्शंस ट्रेड के लिए एक्सेस उपलब्ध कराता है. इंस्टीट्यूशनल ट्रेडर्स क्रिप्टो टोकन्स को सीधे खरीदने के बजाय एक प्रॉक्सी के जरिए इनमें इनवेस्ट करना पसंद करते हैं. Goldman Sachs ने पिछले वर्ष Galaxy Digital के साथ बिटकॉइन फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की ट्रेडिंग शुरू की थी. हालांकि, इसकी नई OTC क्रिप्टो ऑप्शंस ट्रेडिंग में रिस्क अधिक है. हाल के महीनों में कुछ फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अपना रुख बदला है और ये इससे जुड़ी ट्रेडिंग में संभावना तलाश रहे हैं.

Ether के ETH 2.0 पर अपग्रेड करने से पहले इसमें ट्रेडिंग बढ़ी है. इस अपग्रेड से इलेक्ट्रिसिटी और स्टेकिंग के लिए कंप्यूटेशंस की जरूरत कम होने का अनुमान है जिससे इस टोकन का एक्सेस आसान होगा. स्टेकिंग पर अधिक रिटर्न की संभावना से डेट इनवेस्टर्स भी इस टोकन में दिलचस्पी ले सकते हैं. स्टेकिंग में टोकन को एक निर्धारित अवधि के लिए लॉक किया जाता है, जिससे यह बॉन्ड की तरह बन जाता है. 

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