Shoaib Akhtar, Ramiz Raja and Basit Ali Gave Big Statement: इंग्लैंड के खिलाफ मुल्तान में मिली हार से पाकिस्तानी पूर्व दिग्गज क्रिकेटर शान एंड कंपनी से काफी खफा हैं. उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को हो क्या गया है. शोएब अख्तर का मनना है, ''यह टीम दबाव को झेलना नहीं जानती है". वहीं पूर्व क्रिकेटर एवं मौजूदा समय में कमेंटेटर रमीज राजा का मानना है कि पाकिस्तानी टीम को एक मनोवैज्ञानिक की जरूरत है. इन दोनों खिलाड़ियों से इतर बासित अली को लगता है कि बोर्ड के तरीके गैर-इस्लामी हैं.
रमीज राजा ने अपने शो ‘रमीज स्पीक्स' में खास बातचीत के दौरान कहा, ''मैंने ऐसी भयावह स्थिति पहले कभी नहीं देखी. टीम का प्रदर्शन ढलान पर है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम को जीवित रखने के लिए एक मनोवैज्ञानिक, चमत्कार और व्यापक बदलाव की जरूरत है.''
रमीज के अलावा पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने लाइव सेशन में कहा कि उन्होंने परिणाम की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी. मगर उन्होंने यह भी माना कि इंग्लैंड के खिलाफ मिली इस हार ने पूरे देश का मनोबल गिरा दिया है.
अख्तर ने व्यंग्यात्मक अंदाज में खिलाड़ियों पर तंज कसते हुए कहा ये “पानी से बाहर मछली” हैं. मौजूदा टीम हमारी अगली पीढ़ी को प्रेरित करने में विफल रही है.
49 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ''मौजूदा खिलाड़ियों के समूह में दबाव झेलने की क्षमता नहीं है. इंग्लैंड जैसी टीमों के पास एक ढांचा है. उनका एक स्वाभाविक तरीका है. जिसके जरिए वे शीर्ष पर पहुंच रहे हैं. हमारे यहां दाल चने खाने वालों को रोटी मिल गई.''
मुल्तान में मिली हार को बासित अली ने "बेशर्म हार" बताया है. उनका मानना है टीम में जो गैर-इस्लामी प्रथाएं हो रही हैं. उसी के कारण टीम को हार का मुंह देखना पड़ रहा है.
पूर्व क्रिकेटर ने टीम के खराब प्रदर्शन के पीछे की वजह को विस्तार से बताते हुए कहा कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि पीसीबी वह सब कुछ कर रहा था जो इस्लाम में मना किया गया है.
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