NDTV समूह ने पिछले 11 वर्षों की अपनी सर्वश्रेष्ठ तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं और कंपनी ने 20 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ की घोषणा की है. पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 9 करोड़ रुपये का टर्नअराउंड रहा है.
न्यू डेल्ही टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने कई मौकों पर, जिनमें एक्सचेंजेस के सामने दिए गए ब्योरे भी शामिल हैं, कहा है कि पत्रकार राधिका और प्रणय रॉय जो कि इसके संस्थापक और प्रवर्तक हैं, के पास अब भी 61.45 फीसदी शेयर के साथ कंपनी का मालिकाना हक़ है.
NDTV के संस्थापक और प्रवर्तक राधिका और प्रणय रॉय ने बार-बार यह कहा है कि उन्होंने कभी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कंपनी का नियंत्रण किसी शख्स या संस्था को नहीं सौंपा या दिया है.
NDTV के संस्थापकों राधिका तथा प्रणय रॉय का प्रतिनिधित्व करने वाले DMD एडवोकेट्स के वरिष्ठ पार्टनर फेरेश्ते सेठना के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कहा है कि 'इनसाइ़र ट्रेडिंग' को लेकर दिया गया SEBI का आदेश तथ्यों के गलत आकलन पर आधारित है, और अपील के बाद जांच में सही साबित नहीं होगा. अपील तुरंत दाखिल की जाएगी.
NDTV समूह के इतिहास में यह बेहतरीन तिमाही (चालू वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही) रही है, और इस दौरान समूह ने 17.6 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है. पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में प्रॉफिटेबिलिटी टर्नअराउंड 28 करोड़ रुपये रहा है.
सही, सच्ची और खरी पत्रकारिता में अपनी बादशाहत को बरक़रार रखते हुए NDTV ने 11 न्यूज़ टेलीविज़न अवॉर्ड जीते हैं. ख़बरों के वेश में तमाशा नहीं, बल्कि खरी और सच्ची ख़बर के लिए मिली इस पहचान और प्रशंसा से साबित हुआ कि NDTV के मंत्र 'नफ़रत का नहीं कारोबार' का बड़ा सम्मान है.
भारती एयरटेल (एयरटेल) ने एयरटेल क्रिकेट बोनान्ज़ा के लिए NDTV से साझेदारी कर मौजूदा क्रिकेट सीज़न में और जोश भर दिया है. यह सौगात एयरटेल थैंक्स ऐप पर सभी एयरटेल ग्राहकों को उपलब्ध होगी. इस क्रिकेट बोनान्ज़ा में बेहद इंटरएक्टिव और आकर्षक क्रिकेट गेम्स और क्विज़ प्रतियोगिताएं होंगी.
एनडीटीवी ग्रुप ने बीते दस साल का अपना बेहतरीन मुनाफ़ा घोषित किया है- साल 2019-20 के लिए टैक्स के बाद शुद्ध लाभ 24.22 करोड़ रुपये का है. लगातार दूसरे साल, ग्रुप का ब्रॉडकास्ट सेक्शन, एनडीटीवी लिमिटेड भी साल का अंत टैक्स के बाद मुनाफ़े के साथ कर रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने आज टैक्स से जुड़े एक अहम मामले में NDTV के पक्ष में फ़ैसला सुनाया है. इस केस में NDTV पर 2007 में अपने गैर-समाचार कारोबार के लिए विदेशी निवेश जुटाने के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग का बेबुनियाद आरोप लगाया गया था.
बुनियादी अधिकारों का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए और मीडिया को लगातार शर्मनाक ढंग से ये चेतावनी देते हुए कि पूरी तरह दंडवत होने से कम उन्हें कुछ भी मंज़ूर नहीं है, एनडीटीवी के संस्थापकों राधिका और प्रणय रॉय को आज देश से बाहर जाने से रोक दिया गया.
एनडीटीवी ग्रुप ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 90.2 करोड़ का भारी-भरकम टर्न अराउंड किया है और 10.2 करोड़ का मुनाफ़ा घोषित किया है. ये अब तक का इसका सबसे मज़बूत प्रदर्शन है. बीते साल, ग्रुप ने 80 करोड़ का घाटा दर्ज किया था.
31 दिसंबर 2018 को ख़त्म हुई तिमाही में एनडीटीवी समूह ने 7.3 करोड़ के मुनाफ़े की घोषणा की है. इसकी प्रसारण कंपनी एनडीटीवी लिमिटेड ने 11 साल में तीसरी तिमाही का अब तक का सबसे ज़्यादा मुनाफ़ा हासिल किया है- 4.5 करोड़ रुपये का.
NDTV ग्रुप और ब्रॉडकास्ट दोनों ने दूसरी तिमाही में मुनाफ़े का ऐलान किया है. NDTV ग्रुप और NDTV लिमिटेड (ब्रॉडकास्ट ऑपरेशन्स) ने 30 सितंबर को ख़त्म हुई दूसरी तिमाही में मुनाफ़े का ऐलान किया है, जो पिछले साल इसी समय के मुक़ाबले बड़ा बदलाव है.
NDTV पर अहमदाबाद की एक अदालत में अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप द्वारा 10,000 करोड़ रुपये का केस किया गया है, क्योंकि NDTV ने राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे पर रिपोर्ट दिखाई.
FEMA नियमों का पालन ना करने के किसी भी तरह के आरोपों को NDTV खारिज करता है. NDTV का मानना है कि अपनी साफ़-सुथरी और स्वतंत्र पत्रकारिता की वजह से उसे निशाना बनाया जा रहा है और इसके ज़रिए दूसरे मीडिया संस्थानों को ये संकेत देने की कोशिश की जा रही है कि अगर आप हमारे रास्ते पर नहीं चले तो उनको भी इसी तरह के नतीजे भुगतने पड़ेंगे.
NDTV के प्रमोटर राधिका रॉय और प्रणय रॉय पेशे से पत्रकार हैं. किसी भी समय किसी तीसरे पक्ष को NDTV की संपादकीय नीतियों या कारोबारी योजनाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष नियंत्रण नहीं दिया गया है.
यह मीडिया के एक हिस्से के साथ-साथ सोशल मीडिया पर चल रही उन ख़बरों के संदर्भ में है, जिनमें कहा गया है कि आयकर अपीलीय अधिकरण (इनकम टैक्स एपेलेट ट्रिब्यूनल) ने आकलन वर्ष 2009-10 के लिए 450 करोड़ रुपये की टैक्स की मांग के खिलाफ कंपनी की अपील को खारिज कर दिया है.
NDTV और उसकी प्रमोटर कंपनी ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सीबीआई द्वारा मारे गए छापों और उसके द्वारा दायर की गई एफआईआर को चुनौती देते हुए याचिका दाखिल की है.