
- आयोग ने तेजस्वी यादव द्वारा दिखाए गए ईपीआईसी कार्ड को फर्जी बताया है और वह जारी नहीं किया गया है.
- आयोग ने तेजस्वी यादव को 16 अगस्त तक असली ईपीआईसी कार्ड जमा करने का निर्देश दिया है
- निर्वाचन अधिकारी ने तेजस्वी यादव को फर्जी दस्तावेज बनाने और उपयोग करने पर गंभीर अपराध की चेतावनी दी है.
चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के ईपिक कार्ड को फर्जी बताया है. आयोग के अनुसार, तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कार्ड दिखाया था, वह आयोग द्वारा जारी नहीं किया गया है. चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को 16 अगस्त तक वह ईपिक कार्ड जमा करने का निर्देश दिया है, इसके साथ ही, दीघा विधानसभा के निर्वाचन अधिकारी (ERO) ने तेजस्वी को फिर से नोटिस भेजा है, जिसमें कहा गया है कि "फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाना और उनका उपयोग करना एक गंभीर अपराध है."
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने हाल में आरोप लगाया था कि निर्वाचन आयोग ने राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत प्रकाशित मतदाता सूची के मसौदे में उनका ईपीआईसी नंबर 'बदल' दिया है. उन्होंने ईपीआईसी नंबर के साथ एक ऑनलाइन खोज को दिखाया और दावा किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के हिस्से के रूप में प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची में उनका नाम गायब था, जब संबंधित अधिकारियों के खंडन किया तब उन्होंने आरोप लगाया कि उनका मतदाता पहचान पत्र नंबर ‘बदला हुआ' था.
निर्वाचन आयोग ने आरोप को खारिज कर दिया है, यह बताते हुए कि ईपीआईसी नंबर वही है जो यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए अपने हलफनामे में बताया था.
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