Shivanasamudra Elephant video: सोचिए....रविवार की एक शांत दोपहर और अचानक खबर आती है कि कर्नाटक के शिवनसमुद्र की खतरनाक नहर में एक हाथी गिर गया है. 60 फीट की गहराई, तेज बहाव, कंक्रीट की चिकनी दीवारें और वहां फंसा एक बेबस गजराज. अगर कोई कहे कि वह 28 घंटे तक पानी से लड़ता रहा...फंसा रहा, यकीन करना मुश्किल होगा, पर हुआ यही. यही वजह है कि इस रेस्क्यू को देखकर हर किसी की सांसें अटक गईं.
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कैसे फंसा हाथी और क्यों नहीं निकल पा रहा था? (Karnataka Elephant Viral Video)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाथी पावर प्लांट की नहर से पानी पी रहा था, तभी तेज करंट में खिंचकर गिर पड़ा. ये नहरें बिल्कुल सीधी, मजबूत और बेहद चिकनी होती हैं. एक बार गिर जाएं, तो बाहर निकलना लगभग नामुमकिन. हालत इतनी खराब कि भूख, डर और थकान ने हाथी को कमजोर कर दिया था. मगर जैसे ही खबर फैली, डॉक्टर्स, इंजीनियर और वनकर्मी मौके पर जुट गए, जैसे कोई मिशन शुरू हो गया हो.
What a massive operation it would be.
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) November 19, 2025
See how hundreds of forest staff rescued this elephant trapped in Canal at Shivanasamudra. Kudos to all involved. Watch to believe. pic.twitter.com/LU1JtmZ3FL
'मिशन गजराज' वो प्लान जिसने इतिहास लिख दिया (28 Hour Rescue Operation)
IFS अधिकारी परवीन कसवान ने इस ऑपरेशन का वीडियो शेयर किया, जिससे दुनिया को इस शानदार टीमवर्क की झलक मिली. हाथी को सीधे खींचना बेहद खतरनाक था, इसलिए टीम ने एक जुगाड़ू लेकिन जीनियस आइडिया निकाला. पहले हाथी को शांत करने के लिए हल्का सेडेटिव दिया गया, फिर एक भारी-भरकम लोहे का प्लेटफॉर्म क्रेन से नहर में उतारा गया. जवान पानी में उतरकर रस्सियां हाथी के नीचे से बांधते गए. धीरे-धीरे हाथी को उस प्लेटफॉर्म पर फिक्स किया गया. यह पूरा सीन किसी रियल-लाइफ थ्रिलर से कम नहीं था. पानी, मशीनें, सैकड़ों लोग और एक जान बचाने की जिद.
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जब हाथी आजाद हुआ...सबकी आंखें नम (Shivanasamudra Elephant Rescue)
आखिरकार कई घंटों की मेहनत सफल हुई. क्रेन ने प्लेटफॉर्म को ऊपर खींचा और हाथी को सुरक्षित ट्रक पर रखा गया. जंगल पहुंचते ही वह बिना एक पल रुके सीधे दौड़ पड़ा...जैसे अपनी आजादी को गले लगा रहा हो. उस पल को देखने वाले कहते हैं, 'ये सीन जिंदगीभर याद रहेगा.'
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