- कट्टरपंथी संगठन इंकलाब मंच ने बांग्लादेश सरकार से सभी भारतीयों के वर्क परमिट रद्द करने की मांग की है.
- इंकलाब मंच ने बांग्लादेश में हिंदूओं पर हमलों पर चुप्पी साध रखी है और भारत को ICJ में ले जाने की बात कही है.
- बांग्लादेश में चुनाव से पहले अराजकता बढ़ रही है और लोकतांत्रिक संस्थान असहिष्णु होते जा रहे हैं.
कट्टरपंथी संगठन इंकलाब मंच ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से संकटग्रस्त देश में सभी भारतीयों के वर्क परमिट रद्द करने की मांग की है. स्थानीय मीडिया ने यह खबर दी है. यह संगठन आज उसी पड़ोसी देश के खिलाफ जहर उगल रहा है, जिसने बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी दिलाई थी. इंकलाब मंच का गठन कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान बिन हादी (32) ने किया था, जिसकी इस महीने की शुरुआत में नकाबपोश हत्यारों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी.
कट्टरपंथी संगठन इंकलाब मंच पूरे बांग्लादेश में हो रहे हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चुप है और अमेरिका से लौटे मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से भारत को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में ले जाने का भी आग्रह कर रहा है.
अराजकता में डूबता जा रहा है बांग्लादेश
कट्टरपंथी संगठन का अनुरोध ऐसे समय में आया है जब बांग्लादेश फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनाव से पहले और भी गहरी अराजकता में डूबता जा रहा है.
विश्लेषकों ने चिंता जताई है कि बांग्लादेश लोकतांत्रिक संस्थानों और प्रक्रियाओं के प्रति अत्यधिक असहिष्णु होता जा रहा है, और कट्टरपंथी समूह चुनाव से पहले सत्ता हथियाने की होड़ में किसी भी तरह की स्थिरता को भंग कर सकते हैं.
भारत ने कट्टरपंथी संगठन द्वारा टीम यूनुस को दिए गए शत्रुतापूर्ण अनुरोध पर कोई बयान नहीं दिया है.
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समस्याओं के लिए भारत को दोषी ठहरा रहे कट्टरपंथी
बांग्लादेश के अधिकारी प्रतिदिन बयान जारी कर अपने देश की सभी समस्याओं के लिए भारत को दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि उन कट्टरपंथी इस्लामिस्टों की अनदेखी कर रहे हैं जिन्होंने देश के लोकतांत्रिक अंगों पर कब्जा कर लिया है और आबादी को कट्टरपंथी बना दिया है.
बांग्लादेश पुलिस ने रविवार को फिर आरोप लगाया कि हादी की हत्या के दो मुख्य संदिग्ध पूर्वोत्तर के मेघालय भाग गए हैं. भारत पहले ही बांग्लादेश के उस दुष्प्रचार का खंडन कर चुका है, जिसमें हत्या का आरोप भारत पर लगाने की कोशिश की गई थी. फिर भी बांग्लादेश पुलिस ने इस पर दोबारा टिप्पणी की, लेकिन अपने दावों को लेकर वे खुद हंसी का पात्र बन गए हैं.
विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा कि भारत हादी पर हमले के संबंध में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार द्वारा 14 दिसंबर को जारी प्रेस विज्ञप्ति में किए गए दावों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है.
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