इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पांच साल का सफल कार्यकाल पूरा करने के बाद पद से विदा हुए और अब उनका स्थान ममनून हुसैन लेंगे।
जरदारी पाकिस्तान के इतिहास के पहले ऐसे निर्वाचित राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया और अब एक दूसरे निर्वाचित राष्ट्रपति ममनून हुसैन उनका स्थान लेने जा रहे हैं।
पद से विदा होने के मौके पर आयोजित समारोह में उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख मौजूद नहीं थे।
शरीफ ने राष्ट्रपति पद से जरदारी की विदाई के मौके पर इस सप्ताह की शुरुआत में उनके लिए दोपहर के भोज का आयोजन किया था। उस दौरान उन्होंने जरदारी की सराहना करते हुए कहा था कि निवर्तमान राष्ट्रपति ने देश में लोकतंत्र का झंडा बुलंद रखा है।
पद से मुक्त होने के बाद जरदारी (58) लाहौर रवाना हो गए। माना जा रहा है कि वह लाहौर में रहकर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। बीते 11 मई को हुए आम चुनाव में पीपीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
जरदारी पाकिस्तान के इतिहास के पहले ऐसे निर्वाचित राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया और अब एक दूसरे निर्वाचित राष्ट्रपति ममनून हुसैन उनका स्थान लेने जा रहे हैं।
पद से विदा होने के मौके पर आयोजित समारोह में उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख मौजूद नहीं थे।
शरीफ ने राष्ट्रपति पद से जरदारी की विदाई के मौके पर इस सप्ताह की शुरुआत में उनके लिए दोपहर के भोज का आयोजन किया था। उस दौरान उन्होंने जरदारी की सराहना करते हुए कहा था कि निवर्तमान राष्ट्रपति ने देश में लोकतंत्र का झंडा बुलंद रखा है।
पद से मुक्त होने के बाद जरदारी (58) लाहौर रवाना हो गए। माना जा रहा है कि वह लाहौर में रहकर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। बीते 11 मई को हुए आम चुनाव में पीपीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
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