उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से अब तक क्या-क्या हुआ.
- उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में बादल फटने से चार लोगों की मौत हुई और पचास से अधिक लोग लापता हैं.
- राहत और बचाव कार्य में आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना और पुलिस के तीन सौ से अधिक जवान सक्रिय रूप से लगे हुए हैं.
- राज्य सरकार ने आपदा राहत कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है.
उत्तराखंड के धराली में मंगलवार दोपहर को बादल फटने से भारी तबाही (Dharali Cloudburst) हुई है. अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है. 50 से ज्यादा लोग लापता हैं. राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है. ITBP ने 80 स्थानीय लोगों को सकुशल कोपांग में रिलीफ कैंप में रखा है. वहीं हर्षिल के रास्ते में तेज बारिश के चलते कई जगहों पर लैंडस्लाइड की वजह से रास्ते बंद हो गए हैं. प्राकृतिक आपदा को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. जानें हर एक अपडेट.
ये भी पढ़ें- घर, कार सब दफन.... उत्तराखंड के धराली में सैलाब के बाद का हाल देख दिल फट रहा
1- रेक्यू ऑपरेशन जारी, सीनियर अधिकारी मौके पर रवाना
जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी. दूर धराली गांव के पास के पास खीर गंगा नदी के ऊपर बादल फटने से 20-25 होटल, होम स्टे और मकान तिनके की तरह बह गए.जिला प्रशासन लगातार प्रभावित लोगों की मदद में जुटा हुआ है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आईटीबीपी, एनडीआरएफ की दो टीमें और सेना की एक टीम राहत कार्य में जुटी हुई है. सेना की टीम में करीब 80 जवान शामिल हैं. राहत और बचाव कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और विशेष पुलिस बलों की भी तैनाती की गई है.दो आईजी, तीन एसपी, एक कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी समेत 300 पुलिस कर्मी घटना स्थल पर भेजे गए हैं.

2- उत्तरकाशी के पास फंसी NDTV की टीम
उत्तरकाशी से 30 किमी. दूर सड़क पर मलबा आने की वजह से NDTV की टीम वहां पर फंस गई है. लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है. मलबा इतना ज्यादा है कि इसे हटाने में दोपहर हो जाएगी. टीम वापस मुड़कर दूसरा रूट लेने की कोशिश कर रही है. लेकिन रास्ते में फिर बड़े पत्थर टूट कर गिर गए. वहां से निकलने की कोशिश की जा रही है.

3- सड़क धंस गई, नेटवर्क आ नहीं रहा, अब क्या होगा?
NDTV की टीम भटवाड़ी तक तो पहुंच गई लेकिन आगे रास्ता बहुत ही खराब है, जिसकी वजह से आग जाना लगभग नामुमकिन है. उत्तरकाशी के भटवाड़ी में गंगोत्री नेशनल हाईवे का 30 मीटर का हिस्सा धंस चुका है. जिसकी वजह से रेस्क्यू टीमें भी आगे नहीं पहुंच पा रही हैं. इसके अलावा आगे भी कई जगह पर गंगोत्री नेशनल हाईवे टूटा हुआ है. भटवाड़ी से लगभग 50 किलोमीटर दूर घरावी गांव है, जहां पर रेस्क्यू टीमों को पहुंचना है. एनडीटीवी की टीम लगातार रात भर चलते हुए भटवाड़ी पहुंची है. लेकिन इसके आगे सड़क धंसने की वजह से नहीं जा पा रही है. वही आईटीपी के जवान भी रास्ता बंद होने की वजह से आगे नहीं जा पा रहे हैं.

4- भागीरथी नदी उफान पर, भारी बारिश का अलर्ट
उत्तरकाशी में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से भागीरथी नदी रौद्र रूप में है और तेजी से उफान पर है. ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ गया है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, वहां बुधवार सुबह 8:30 बजे तक अति भारी से भारी बारिश का पूर्वानुमान है. ये बात एनडीटीवी से बातचीत में भारत मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर के जेनमनी ने ये कही है.

5- इन इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबरों पर करें संपर्क
उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए और लोगों की मदद के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. प्रभावित लोग और उनका परिवार 01374222722, 01374222126, 9456556431 इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं. वहीं जिला इमरजेंसी परिचालन केंद्र, हरिद्वार के लिए हेल्पलाइन नंबर- 01374-222722, 7310913129, 7500737269 हैं. वहीं टोल-फ्री नंबर-1077, ERSL टोल-फ्री नंबर - 112 पर भी कॉल किया जा सकता है.

6- पुलिस के ये सीनियर अधिकारी उत्तरकाशी भेजे गए
उत्तरकाशी में राहत और समन्वय कार्यों के नेतृत्व के लिए वरिष्ठ अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक SDRF अरुण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र, राजीव स्वरूप, प्रदीप कुमार राय, अमित श्रीवास्तव (प्रथम) एवं सुरजीत सिंह पंवार, श्वेता चौबे, 1 डिप्टी कमांडेंट तथा 11 डिप्टी एसपी को तत्काल उत्तरकाशी भेजे गए हैं.
7- देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी की पुलिस भी कर रही मदद
आपदा प्रबंधन को और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए सेनानायक IRB सेकेंड श्रीमती श्वेता चौबे के नेतृत्व में 40वीं वाहिनी पीएसी के विशेष आपदा राहत दल (ई कंपनी) और आईआरबी सेकेंड, देहरादून की सी कंपनी के 140 जवानों को भी उत्तरकाशी भेजा गया है. इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जनपदों से कुल 160 पुलिसकर्मियों (निरीक्षक से आरक्षी स्तर तक) को जरूरी आपदा राहत उपकरणों के साथ प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन को तेजी से सहयोग मिल सके.
8- हर्षिल के शिविर से सेना के 9 जवान लापता
धराली में बादल फटने की विनाशकारी घटना के बाद हालात बेहद गंभीर हैं. निचले हर्षिल क्षेत्र में स्थित एक शिविर से 9 भारतीय सेना के जवान अभी भी लापता हैं. वहीं, 2 जवानों को बचा लिया गया है. इस त्रासदी के बावजूद, भारतीय सेना के अन्य जवान राहत और बचाव कार्यों में पूरी निष्ठा से जुटे हुए हैं. बादल फटने के बाद लोगों की मदद के लिए सेना के जवान करीब 10 मिनट के भीतर ही पहुंच गए थे.
9- योगी, अखिलेश, मायावती ने जताया दुख
धराली आपदा पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती समेत कई प्रमुख नेताओं ने गहरा दुख जताया और प्रभावित लोगों की सलामती की कामना की है.मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार तत्परता से कार्य करते हुए पीडितों की हर प्रकार से जरूर मदद करें और आगे के लिए ऐसे इलाकों में सुरक्षा उपायों को भी मजबूत करें ताकि ऐसी आपदाओं में जान-माल की हानि को कम किया जा सके.
10- CM योगी ने पुष्कर धामी को दिया मदद का भरोसा
धराली में हुई बादल फटने की भयावह घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर इस कठिन समय में प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं बादल फटने की घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपना आंध्र प्रदेश दौरा बीच में ही तत्काल रद्द कर दिया.मुख्यमंत्री धामी मंगलवार को सीधे देहरादून स्थित राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे और स्थिति की समीक्षा की और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक भी की.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं