Global Warming
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अब समुद्र और अंतरिक्ष भी बन रहे जंग का मैदान, वैश्विक शांति के लिए ग्लोबल संस्थाओं में बदलाव जरूरी: PM मोदी
- Monday September 23, 2024
- NDTV
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के समिट फॉर फ्यूचर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "वैश्विक शांति और विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफॉर्म जरूरी है. भारत 250 मिलियन लोगों को गरीब से बाहर निकालकर हमने दिखाया है कि समावेशी विकास सफल हो सकता है."
- ndtv.in
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रिन्यूएबल एनर्जी में आगे जाने के लिए जर्मन इंजीनियरिंग और फाइनेंशियल को-ऑपरेशन बढ़ाना जरूरी
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
GSDP कंवर्सेशन में कहा गया कि सस्टेनेबिलिटी इंवेस्टमेंट के लिए टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल, रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन, डेटा एक्सेस और एनर्जी पॉलिसी की चुनौतियों का समाधान निकालना होगा.
- ndtv.in
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हाथियों का जिक्र कर भूपेंद्र यादव ने समझाया Man vs Wild को कैसे कर सकते हैं कम
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
India Sustainability Mission Conclave: मैनvsवाइल्ड को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में भूपेंद्र यादव ने कहा, "हमारा ये मानना है कि हमारे जंगल के क्षेत्र उनका संरक्षण करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. ये इकोलॉजिकल सिस्टम है. इसलिए जंगल के आसपास के क्षेत्रों में हमें जागरूकता का कार्यक्रम भी चलाते हैं."
- ndtv.in
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ग्रीन एनर्जी से भारत 2070 तक हासिल करेगा जीरो कार्बन का टारगेट : इंडिया सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव में भूपेंद्र यादव
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
India Sustainability Mission Conclave : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कॉन्क्लेव में सस्टेनेबिलिटी के लिए क्लीन एनर्जी और ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "अभी कार्बन उत्सर्जन में भारत दुनिया में चौथे नंबर पर है. हमें दुनिया में कार्बन इमिशन (उत्सर्जन) को कम करना होगा."
- ndtv.in
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क्लाइमेंट चेंज या इंसान का कुदरत से खिलवाड़... हिमालयी नदियों के इस बौखलाहट का कौन जिम्मेदार?
- Friday August 30, 2024
- Reported by: सुशील बहुगुणा, Edited by: अंजलि कर्मकार
हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन की वजह से जब तापमान बढ़ता है, तो ग्लेशियर तेज़ी से पिघलते हैं. पिघलने से ग्लेशियर अपनी जगह से खिसकने लगते हैं. इस वजह से इलाके में नए ग्लेशियर लेक्स (हिमनद झील) बनते हैं. यही वजह है कि इस क्षेत्र में Glacial Lake Outburst Floods यानी GLOFs का खतरा बड़ा हो रहा है.
- ndtv.in
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Explainer: 15% तक बढ़ी ग्लेशियर के पिघलने की रफ्तार, एक्सपर्ट्स ने समझाया ग्लोबल वॉर्मिंग कितना बड़ा खतरा
- Tuesday August 27, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण 1.5 डिग्री पारा बढ़ने से हिमालय क्षेत्र में ग्लेशियर के पिघलने की रफ्तार 15% तक बढ़ रही है. प्राकृतिक आपदा की स्थिति में इन ग्लेशियर झीलों के फटने से बड़ी मात्रा में अचानक पानी का बहाव होगा, इससे आसपास के इलाकों में बड़ी तबाही की आशंका है.
- ndtv.in
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उत्तराखंड में गायब हो गया 'ऊं' पर्वत, जरा खतरे का संकेत समझिए
- Monday August 26, 2024
- Edited by: विजय शंकर पांडेय
Uttarakhand Om Parvat : चीन सीमा के करीब कैलाश मानसरोवर की तरफ बढ़ते हुए ऊं पर्वत को देखकर हर कोई मुग्ध हो जाता था, मगर अब यह गायब हो गया है...जानें क्या है वजह....
- ndtv.in
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मुंबई को ले डूबेगा ग्लोबल वार्मिंग? 13.1% इलाका समा जाएगा समंदर में, रिपोर्ट में उठे कई सवाल
- Monday August 12, 2024
- Reported by: सुजाता द्विवेदी, Edited by: Sachin Jha Shekhar
बेंगलुरु थिंक टैंक कि एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है की समुद्र स्तर में वृद्धि भारतीय तटीय शहरों के लिए गंभीर खतरा बन रही है जिसपर काम करना बेहद आवश्यक बनता जा रहा है.
- ndtv.in
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कंक्रीट के जंगल में हैं हम! कल क्यों डूबी दिल्ली? इन 3 एक्सपर्ट्स की बात आपको सुननी चाहिए
- Saturday June 29, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया
जलवायु एक्टिविस्ट हरजीत सिंह के अनुसार हमने कंक्रीट का इस्तेमाल करके यहां पर हीट आइलैंड बना लिया है. जिसकी वजह से अब रात में भी गर्मी कम नहीं हो रही है.
- ndtv.in
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क्लाइमेट चेंज ने छीना चैन और नींद, मुंबई में 3 गुना बढ़ गईं गर्म रातें, कई शहरों में टूटे 50 साल के रिकॉर्ड
- Monday June 24, 2024
- Reported by: पूजा भारद्वाज, Edited by: अंजलि कर्मकार
क्लाइमेट सेंट्रल की स्लीपलेस नाइट्स नाम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 से 2023 के बीच पंजाब, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के शहरों में जलवायु परिवर्तन की वजह से वर्ष में करीब 50 से 80 अतिरिक्त रातें ऐसी दर्ज की गई हैं, जब तापमान 25 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया.
- ndtv.in
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धरती के नीचे क्यों गर्म हो रहा पानी? समझिए क्यों ये बड़ी टेंशन है
- Thursday June 6, 2024
- Reported by: भाषा
नवीकरणीय ऊर्जा से बिजली द्वारा संचालित ताप पंपों का उपयोग करके गर्मी निकाली जा सकती है. पूरे यूरोप में अंतरिक्ष हीटिंग के लिए जियोथर्मल हीट पंप की लोकप्रियता बढ़ रही है.
- ndtv.in
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इस सदी के अंत तक भूजल 3 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म हो जाएगा : स्टडी
- Thursday June 6, 2024
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: सूर्यकांत पाठक
नई रिसर्च में पाया गया है कि इस सदी के अंत तक भूमिगत जल 2 से 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाएगा. इससे जल की गुणवत्ता और सुरक्षा को खतरा हो सकता है. इसके साथ ही संसाधन पर निर्भर इकोसिस्टम को भी खतरा हो सकता है. दुनिया के पहले वैश्विक भूजल तापमान मॉडल ने मध्य रूस, उत्तरी चीन और उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों और दक्षिण अमेरिका में अमेज़न वर्षावन में सबसे अधिक तापमान में वृद्धि की भविष्यवाणी की है.
- ndtv.in
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ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ा भारत में लू का खतरा, लोकसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है असर
- Sunday May 5, 2024
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र
भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉ. एम मोहापात्रा ने एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में आगाह किया है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से Heat Wave/लू की तीव्रता देश में बढ़ती जा रही है.
- ndtv.in
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"दुनिया को बचाने के लिए सिर्फ 2 साल हैं..." UN क्लाइमेट चीफ़ की सख़्त चेतावनी
- Thursday April 11, 2024
- Translated by: स्वेता गुप्ता
स्टिल ने लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक में एक भाषण में कहा, "न्यू जनरेशन के क्लाइमेट प्लान्स (Climate Crisis) के साथ, हमारे पास अभी भी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने का मौका है. लेकिन हमें अब इन मजबूत प्लान्स की जरूरत है."
- ndtv.in
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अब तक का सबसे गर्म दशक रहा 2014-2023, UN चीफ बोले- खत्म होने की कगार पर धरती
- Tuesday March 19, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: अंजलि कर्मकार
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पृथ्वी की सतह के पास का औसत तापमान पिछले साल पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.45 डिग्री सेल्सियस ऊपर था. अब ये खतरनाक रूप से महत्वपूर्ण 1.5 डिग्री के करीब है.
- ndtv.in
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अब समुद्र और अंतरिक्ष भी बन रहे जंग का मैदान, वैश्विक शांति के लिए ग्लोबल संस्थाओं में बदलाव जरूरी: PM मोदी
- Monday September 23, 2024
- NDTV
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के समिट फॉर फ्यूचर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "वैश्विक शांति और विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफॉर्म जरूरी है. भारत 250 मिलियन लोगों को गरीब से बाहर निकालकर हमने दिखाया है कि समावेशी विकास सफल हो सकता है."
- ndtv.in
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रिन्यूएबल एनर्जी में आगे जाने के लिए जर्मन इंजीनियरिंग और फाइनेंशियल को-ऑपरेशन बढ़ाना जरूरी
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
GSDP कंवर्सेशन में कहा गया कि सस्टेनेबिलिटी इंवेस्टमेंट के लिए टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल, रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन, डेटा एक्सेस और एनर्जी पॉलिसी की चुनौतियों का समाधान निकालना होगा.
- ndtv.in
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हाथियों का जिक्र कर भूपेंद्र यादव ने समझाया Man vs Wild को कैसे कर सकते हैं कम
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
India Sustainability Mission Conclave: मैनvsवाइल्ड को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में भूपेंद्र यादव ने कहा, "हमारा ये मानना है कि हमारे जंगल के क्षेत्र उनका संरक्षण करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. ये इकोलॉजिकल सिस्टम है. इसलिए जंगल के आसपास के क्षेत्रों में हमें जागरूकता का कार्यक्रम भी चलाते हैं."
- ndtv.in
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ग्रीन एनर्जी से भारत 2070 तक हासिल करेगा जीरो कार्बन का टारगेट : इंडिया सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव में भूपेंद्र यादव
- Friday September 6, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
India Sustainability Mission Conclave : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कॉन्क्लेव में सस्टेनेबिलिटी के लिए क्लीन एनर्जी और ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "अभी कार्बन उत्सर्जन में भारत दुनिया में चौथे नंबर पर है. हमें दुनिया में कार्बन इमिशन (उत्सर्जन) को कम करना होगा."
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क्लाइमेंट चेंज या इंसान का कुदरत से खिलवाड़... हिमालयी नदियों के इस बौखलाहट का कौन जिम्मेदार?
- Friday August 30, 2024
- Reported by: सुशील बहुगुणा, Edited by: अंजलि कर्मकार
हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन की वजह से जब तापमान बढ़ता है, तो ग्लेशियर तेज़ी से पिघलते हैं. पिघलने से ग्लेशियर अपनी जगह से खिसकने लगते हैं. इस वजह से इलाके में नए ग्लेशियर लेक्स (हिमनद झील) बनते हैं. यही वजह है कि इस क्षेत्र में Glacial Lake Outburst Floods यानी GLOFs का खतरा बड़ा हो रहा है.
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Explainer: 15% तक बढ़ी ग्लेशियर के पिघलने की रफ्तार, एक्सपर्ट्स ने समझाया ग्लोबल वॉर्मिंग कितना बड़ा खतरा
- Tuesday August 27, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण 1.5 डिग्री पारा बढ़ने से हिमालय क्षेत्र में ग्लेशियर के पिघलने की रफ्तार 15% तक बढ़ रही है. प्राकृतिक आपदा की स्थिति में इन ग्लेशियर झीलों के फटने से बड़ी मात्रा में अचानक पानी का बहाव होगा, इससे आसपास के इलाकों में बड़ी तबाही की आशंका है.
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उत्तराखंड में गायब हो गया 'ऊं' पर्वत, जरा खतरे का संकेत समझिए
- Monday August 26, 2024
- Edited by: विजय शंकर पांडेय
Uttarakhand Om Parvat : चीन सीमा के करीब कैलाश मानसरोवर की तरफ बढ़ते हुए ऊं पर्वत को देखकर हर कोई मुग्ध हो जाता था, मगर अब यह गायब हो गया है...जानें क्या है वजह....
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मुंबई को ले डूबेगा ग्लोबल वार्मिंग? 13.1% इलाका समा जाएगा समंदर में, रिपोर्ट में उठे कई सवाल
- Monday August 12, 2024
- Reported by: सुजाता द्विवेदी, Edited by: Sachin Jha Shekhar
बेंगलुरु थिंक टैंक कि एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है की समुद्र स्तर में वृद्धि भारतीय तटीय शहरों के लिए गंभीर खतरा बन रही है जिसपर काम करना बेहद आवश्यक बनता जा रहा है.
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कंक्रीट के जंगल में हैं हम! कल क्यों डूबी दिल्ली? इन 3 एक्सपर्ट्स की बात आपको सुननी चाहिए
- Saturday June 29, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया
जलवायु एक्टिविस्ट हरजीत सिंह के अनुसार हमने कंक्रीट का इस्तेमाल करके यहां पर हीट आइलैंड बना लिया है. जिसकी वजह से अब रात में भी गर्मी कम नहीं हो रही है.
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क्लाइमेट चेंज ने छीना चैन और नींद, मुंबई में 3 गुना बढ़ गईं गर्म रातें, कई शहरों में टूटे 50 साल के रिकॉर्ड
- Monday June 24, 2024
- Reported by: पूजा भारद्वाज, Edited by: अंजलि कर्मकार
क्लाइमेट सेंट्रल की स्लीपलेस नाइट्स नाम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 से 2023 के बीच पंजाब, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के शहरों में जलवायु परिवर्तन की वजह से वर्ष में करीब 50 से 80 अतिरिक्त रातें ऐसी दर्ज की गई हैं, जब तापमान 25 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया.
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धरती के नीचे क्यों गर्म हो रहा पानी? समझिए क्यों ये बड़ी टेंशन है
- Thursday June 6, 2024
- Reported by: भाषा
नवीकरणीय ऊर्जा से बिजली द्वारा संचालित ताप पंपों का उपयोग करके गर्मी निकाली जा सकती है. पूरे यूरोप में अंतरिक्ष हीटिंग के लिए जियोथर्मल हीट पंप की लोकप्रियता बढ़ रही है.
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इस सदी के अंत तक भूजल 3 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म हो जाएगा : स्टडी
- Thursday June 6, 2024
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: सूर्यकांत पाठक
नई रिसर्च में पाया गया है कि इस सदी के अंत तक भूमिगत जल 2 से 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाएगा. इससे जल की गुणवत्ता और सुरक्षा को खतरा हो सकता है. इसके साथ ही संसाधन पर निर्भर इकोसिस्टम को भी खतरा हो सकता है. दुनिया के पहले वैश्विक भूजल तापमान मॉडल ने मध्य रूस, उत्तरी चीन और उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों और दक्षिण अमेरिका में अमेज़न वर्षावन में सबसे अधिक तापमान में वृद्धि की भविष्यवाणी की है.
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ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ा भारत में लू का खतरा, लोकसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है असर
- Sunday May 5, 2024
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र
भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉ. एम मोहापात्रा ने एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में आगाह किया है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से Heat Wave/लू की तीव्रता देश में बढ़ती जा रही है.
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"दुनिया को बचाने के लिए सिर्फ 2 साल हैं..." UN क्लाइमेट चीफ़ की सख़्त चेतावनी
- Thursday April 11, 2024
- Translated by: स्वेता गुप्ता
स्टिल ने लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक में एक भाषण में कहा, "न्यू जनरेशन के क्लाइमेट प्लान्स (Climate Crisis) के साथ, हमारे पास अभी भी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने का मौका है. लेकिन हमें अब इन मजबूत प्लान्स की जरूरत है."
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अब तक का सबसे गर्म दशक रहा 2014-2023, UN चीफ बोले- खत्म होने की कगार पर धरती
- Tuesday March 19, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: अंजलि कर्मकार
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पृथ्वी की सतह के पास का औसत तापमान पिछले साल पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.45 डिग्री सेल्सियस ऊपर था. अब ये खतरनाक रूप से महत्वपूर्ण 1.5 डिग्री के करीब है.
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