NDTV Explainer: ग्लोबल वॉर्मिंग यानी दुनिया की आबो हवा के गर्म होने के साथ ही एक्सट्रीम इवेंट्स बढ़ गए हैं... यानी अति मौसमी या कहें चरम मौसमी घटनाएं बढ़ गई हैं जिनसे जान-माल का नुक़सान भी बहुत बढ़ गया है... ग्लोबल वॉर्मिंग का नतीजा ये है कि गर्मी पड़ रही है तो बहुत ज़्यादा पड़ रही है... औसत तापमान लगातार बढ़ रहा है... पेरिस समझौते की सीमा को तोड़ चुका है... इसका नतीजा ये है कि ध्रुवीय इलाकों और ऊंचे पर्वतीय इलाकों में ग्लेशियरों के पिघलने की रफ़्तार बढ़ गई है...