World Environment Day 2022: जानिए कैसे जलवायु परिवर्तन सुंदरबन को प्रभावित कर रहा है
विश्व वन्यजीव कोष के अनुसार, दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन जलवायु परिवर्तन की चलते हो रही गर्मी का सामना कर रहा है, जिससे भारत में 4.5 मिलियन मानव आबादी प्रभावित हो रही है.
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ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन ने सुंदरबन के लिए एक संवेदनशील खतरा पैदा कर दिया है. समुद्र के स्तर में वृद्धि के कारण ये निचले स्तर के मैंग्रोव वन भूमि में सिकुड़ते जा रहे हैं. तूफानों के आने और तटीय कटाव में वृद्धि के कारण, सुंदरबन हर तरह के गंभीर परिणामों से जूझ रहा है.
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स्थानीय लोगों द्वारा ज्यादा पेड़ लगाना सुंदरबन में जीवन को बहाल करने के स्थायी उपायों में से एक रहा है. मैंग्रोव पौधों की प्रजातियों की बहाली को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, क्योंकि यह किसी भी आपदा से बचने के लिए एक प्रभावी ढाल होते हैं, यह मिट्टी के किनारों की रक्षा करती है और किसी भी जलवायु क्षति को भी कम करते हैं.