मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां सातवीं की छात्राएं गणित का सवाल हल नहीं कर पाईं, इसके बाद टीचर ने छात्राओं को कथित तौर पर इतना पीटा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. जानकारी के मुताबिक मामला टीकमगढ जिले में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का है. छात्रावास में अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ शिक्षिका मोना सोनी ने सवालों का जवाब न देने पर कथित तौर पर छात्राओं से मारपीट की. साथ ही दो दर्जन से अधिक छात्राओं से 100-100 बार उठक-बैठक भी लगवाई. इसके बाद कई छात्राओं की हालत खराब हो गई और उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया. इस पूरे मामले में छात्राओं ने छुआ-छूत का आरोप भी लगाया है.
सवाल हल नहीं हुआ तो टीकमगढ़ में शिक्षक ने कथित तौर पर दी 120 उठक-बैठक की सज़ा, कई बच्चे बीमार @OfficeOfKNath @ChouhanShivraj @ndtvindia @DrRPNishank pic.twitter.com/52BlbgMwxQ
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) November 29, 2019
इस पूरे मामले में वार्डन का कहना है कि, 'मैं किसी काम से टीकमगढ़ आई थी. मुझे जैसे ही पता लगा तो मोना सोनी को पद से हटा दिया है.' बता दें कि कस्तूरबा छात्रावास हमेशा से विवादों में रहा है. पूर्व में भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन डीपीसी की मेहरबानी के चलते कोई कार्रवाई नहीं होती है. यहां पर डीपीसी के द्वारा अपने चहेते शिक्षक को लेखपाल ओर शिक्षिका को वार्डन के पद पर पदस्थ किया गया है, लेकिन छात्रावास में छात्राओं को न मेन्यू अनुसार भोजन, न नाश्ता दिया जाता है और न ही उन्हें कोई अन्य सामान छात्रावास से दिया जाता है, जबकि हर माह लाखों रुपये का बिल डालकर अधिकारी बंदरबाट कर रहे हैं. हालांकि वार्डन और सहायक वार्डन के विवाद पर न्यायालय के आदेश पर वार्डन पर एफआईआर भी हो चुकी है, लेकिन स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. (छतरपुर से अरविंद तिवारी के इनपुट के साथ)
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