छत्तीसगढ़ में बस्तर में आदिवासी तेंदूपत्ता के भुगतान को लेकर सरकार से नाराज हैं. सोमवार को हजारों की तादाद में ग्रामीण बीजापुर जिला मुख्यालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने पहुंचे. पुलिस ने जब उन्हें प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की तो नाराज प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए.
इसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी, पुलिस ने अपनी संख्या बढ़ाते हुए ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण आखिरकार कलेक्ट्रेट तक पहुंच गए. कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर पहुंचने पर पुलिस बल ने उन्हें रोककर समझाना चाहा लेकिन ग्रामीण उग्र होते चले गए. इसके बाद विधायक विक्रम मंडावी ने मौके पर पहुंचकर हालात संभालते हुए ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि दल बनाकर उनकी मुलाकात के लिए उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर में दाखिल कराया.
ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें तेंदूपत्ता का नगद भुगतान किया जाए. छत्तीसगढ़ सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को 1500 रुपये बढ़ा दी है. पहले यह 2500 रुपये प्रति मानक बोरा था, अब 4000 है. लेकिन इस प्रदर्शन से साबित हो गया है कि ग्रामीण व्यवस्थाओं से खुश नहीं हैं.
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