'BJP के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से मुझे टारगेट किया गया' : उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखने वाले शिवसेना विधायक

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उनसे अपील की थी कि ‘‘बहुत देर होने से पहले’’ भाजपा के साथ मेलमिलाप करना ही ठीक रहेगा.

'BJP के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से मुझे टारगेट किया गया' : उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखने वाले शिवसेना विधायक

मैंने अपनी चिट्ठी में कुछ गलत नहीं कहा : प्रताप सरनाईक (फाइल फोटो)

मुंबई:

महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन को लेकर अटकलों का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है. बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान से इन अटकलों को और बल मिला. इस बीच, बीजेपी के साथ सुलह करने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखने वाले शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) का आज बयान आया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से उन्हें टारगेट किया गया था. 

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा, "मुझे निशाना बनाया गया क्योंकि मैंने बीजेपी के खिलाफ आवाज उठाई थी." उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र को लेकर कहा, "मुझे नहीं लगता है कि मैंने अपनी चिट्ठी में कुछ गलत कहा है."
 
बता दें कि धनशोधन के आरोपों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की निगरानी का सामना कर रहे शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उनसे अपील की थी कि ‘‘बहुत देर होने से पहले'' भाजपा के साथ मेलमिलाप करना ही ठीक रहेगा. यह पत्र उन्होंने मुख्यमंत्री को पिछले महीने लिखा था. 

सरनाईक ने अपनी चिट्ठी कहा था कि यद्यपि भाजपा से गठबंधन टूट गया है, लेकिन ‘युति' (भाजपा-शिवसेना) के नेताओं के बीच व्यक्तिगत और सौहार्दपूर्ण संबंध बने हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बहुत देर होने से पहले मेलमिलाप करना बेहतर रहेगा.'' उद्धव ठाकरे नीत पार्टी के भाजपा के साथ गठबंधन से अलग होने के बाद शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर 2019 में महा विकास आघाड़ी सरकार बनाई थी. 

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